मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छाता विधानसभा क्षेत्र में बंद पड़ी चीनी मिल पुन: चालू कराने का वादा किया.मथुरा के छाता विधान सभा क्षेत्र में स्थित कोसीकलां में आयोजित विशाल सभा को संबोधित कर रहे थे. यादव ने छाता क्षेत्र में पिछली बसपा सरकार के समय में बंद हुई छाता चीनी मिल को पुन: चालू कराने का वादा करते हुए कहा यदि कोई उद्यमी इस मिल को चालू करना चाहेगा तो सरकार उसकी हर स्तर पर सहायता करेगी.
उन्होंने कहा हमने मेरठ की बंद पड़ी मोईउद्दीनपुर की मिल को पुन: चालू कराया है. इसी प्रकार शाहजहांपुर की एक बंद पड़ी चीनी मिल को चालू कराने के साथ एक नई मिल भी वहां लगवाई है.अखिलेश ने कहा कि मथुरा की धरती तो दूध-दही की धरती है. यदि कोई यहां दूध का प्लाण्ट भी लगाना चाहेगा तो हम उसकी पूरी मदद करेंगे.
उन्होंने घोषणा की कि इस बार प्रदेश में एक भी गरीब परिवार ऐसा नहीं बचेगा जिसे समाजवादी पेंशन न मिले. हमारी सरकार आएगी और हम अब एक करोड़ लोगों को एक हजार रुपये महीना पेंशन के रूप में देंगे.सपा मुखिया ने नोटबंदी के मसले पर भाजपा पर बरसते हुए कहा जिन्होंने सबके खाते में 15-15 लाख रूपये आने की बात कही थी.
उन्होंने तो 15 हजार भी नहीं दिए. उल्टे सबके नोट निकलवा लिए. किसी को भी नहीं छोड़ा. अच्छे दिन लाने की कहकर सबको बैंकों की लाइनों में खड़ा कर दिया. नोटबंदी ने सबका बुरा हाल कर दिया. कल-कारखाने बंद हो गए.उन्होंने कहा लाइनों में खड़े-खड़े बहुत लोगों की जानें चली गईं.
उन्होंने किसी की मदद नहीं की. लेकिन समाजवादियों ने सबको 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी.उन्होंने दावा किया कि एक को तो लाइन में ही बच्चा हो गया. बैंक वालों ने उसका नाम खजांची रख दिया. लेकिन हमने मालूम किया तो वह मोहल्ले का सबसे गरीब व्यक्ति निकला. हमने उसे भी बुलाकर 2 लाख की मदद की.