यूपी सीएम अखिलेश यादव ने पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके 403 कैंडिडेट्स की लिस्ट सौंपी। खास बात यह है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पहले ही 175 की लिस्ट जारी कर चुके हैं। ऐसे में अखिलेश की लिस्ट एक बार फिर टकराव की वजह बन सकती है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक अखिलेश की सूची में कुछ नाम तो शिवपाल की सूची से मेल खाते हैं, लेकिन ज्यादातर नाम उसमें से गायब हैं।
इससे पहले शिवपाल ने ट्वीट करके कहा कि सीएम का चुनाव विधायक दल ही करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इन ट्वीट्स को कुछ राजनीतिक जानकार चाचा-भतीजे के बीच टकराव से जोड़कर देख रहे हैं।मीडिया सूत्रों के हवाले से मिली खबरों के मुताबिक अखिलेश द्वारा सौंपी गई उम्मीदवारों की लिस्ट में अंसारी बंधु, अतीक अहमद और अमनमणि त्रिपाठी के नाम नहीं हैं।
अखिलेश के इस कदम से यादव परिवार में एक बार फिर घमासान मचना तय है।देर शाम सीएम अखिलेश यादव एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मिले। इस दौरान उनकी गठबंधन और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में संभावित प्रत्याशियों को लेकर बातचीत हुई। बातचीत के बाद अखिलेश ने मुलायम को 403 प्रत्याशियों की एक सूची सौंप दी।
सीएम अखिलेश यादव ने यह सूची अपनी एजेंसी से कराए सर्वे के आधार पर तैयार की है। इसमें क्षेत्र, जातीय गणित और उम्मीदवार की ताकत समेत अन्य पहलुओं पर विचार किया गया है।इसमें मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के कामकाज का भी सर्वे कराया गया था जिसमें ज्यादातर मंत्री और विधायक अपने कामकाज से क्षेत्र की जनता को संतुष्ट कर पाने में असफल पाए गए।