अखिलेश यादव सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार आगामी 27 जून को होगा. इसमें युवाओं को खासी तवज्जो मिल सकती है.राजभवन सूत्रों ने यह जानकारी दी. राजभवन में नये मंत्रियों को 11 बजे शपथ दिलायी जायेगी. इससे पहले गत 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर पांच कैबिनेट मंत्री, आठ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और आठ को राज्यमंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल किया था.
माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर इस विस्तार में जातीय समीकरण का खास ध्यान रखा जायेगा. माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव की मंत्रिमंडल से मंगलवार को हुई बर्खास्तगी के साथ ही मंत्रिमंडल में अब चार नये लोगों को शामिल किया जा सकता है.
अखिलेश यादव मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 10 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 22 राज्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री को लेकर मंत्रिमंडल में कुल 60 मंत्री हो सकते हैं. इस प्रकार चार लोगों को और शामिल किया जा सकता है.
सपा सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल में युवाओं को तरजीह दी जा सकती है. कुछ मंत्रियों की छुट्टी होने की भी अटकलें हैं. अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव मंत्रिमंडल का यह आखिरी विस्तार माना जा रहा है. इसमें जातीय समीकरण का खास ध्यान रखे जाने की उम्मीद है.
सूत्रों के अनुसार मंगलवार को ही बर्खास्त किये गये माध्यमिक शिक्षामंत्री बलराम यादव के पुत्र और आजमगढ़ के अतरौलिया से विधायक संग्राम सिंह यादव को विस्तार में जगह मिल सकती है. इनके अलावा मुख्यमंत्री के अतिनिकटस्थ माने जाने वाले सुनील सिंह साजन, आनन्द भदौरिया तथा आशु मलिक को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.