मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को राज्य विधानसभा में करीब साढ़े तीन दशमलव 46 लाख करोड़ रूपये का अपनी सरकार का आखिरी बजट पेश किया.वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजट प्रस्तावों में सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे और लखनऊ मेट्रो को पूरा कराने के लिए जरूरी प्रावधान किये गये हैं. समाजवादी पेंशन के दायरे में भी बढ़ोत्तरी की गई है.
इसके साथ ही बजट में कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार के लिए भी पर्याप्त बजट की व्यवस्था भी की गई है. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों को मानदेय देने के साथ विद्युत क्षेत्र के लिए भी बजट में पर्याप्त प्रावधान किये गये हैं. बजट में मूल्य संवर्धित कर (वैट) और आबकारी में बढोत्तरी का प्रस्ताव किया गया है.
अखिलेश यादव द्वारा बतौर वित्तमंत्री पेश किया गया यह लगातार पांचवा बजट है. उन्होंने एक जून 2012 को पहला बजट पेश किया था. अखिलेश यादव द्वारा पेश यह अब तक सबसे बड़ा बजट है. बजट में 68 हजार करोड़ रूपये से अधिक का घाटा दिखाया गया है. इस बजट की राशि चालू वित्तीय वर्ष के बजट की तुलना में 14.5 प्रतिशत ज्यादा है.सदन में अपने भाषण के दौरान अखिलेश यादव ने एक शेर ‘जब से पतवारों ने मेरी नाव को धोखा दिया, मैं भंवर में तैरने का हौसला रखने लगा’ भी पेश किया.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने चुनाव के दौरान किये गये वायदे पूरे किये हैं. सरकार ने जनता की खुशहाली के लिए काम किया है और हम नये क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बजट लोगों के लिए कई राहतें भी लेकर आया है. चुनाव से पहले अपने इस आखिरी बजट के जरिये मुख्यमंत्री ने सभी वर्गों को लुभाने का भी प्रयास किया है.