राजधानी की हवा फिर जान लेवा हो सकती है. यहां का वायु प्रदूषण का स्तर 500 के करीब पहुंच गया है जो सामान्य स्तर से पांच गुना ज्यादा है.वायु में धूलकण (पीएम 10) का सामान्य स्तर 100 है. यह स्तर 300 से ज्यादा होते ही खतरनाक माना जाता है.बुधवार को इसका स्तर लोदी रोड पर 500 से ज्यादा पहुंच गया जो हृदय व श्वास के रोगियों के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है.
इसी तरह पीएम 10 का स्तर दिल्ली विविद्यालय में 478 पाया गया. राजधानी में दो स्थानों पर पीएम 10 का स्तर ज्यादा जाना प्रशासन के लिए भी चुनौती है.इसी प्रकार अत्यंत सूक्ष्म धूलकण का सामान्य स्तर 60 है लेकिन इसका स्तर पूसा में 396 व लोदी रोड पर 380 पाया गया. साथ ही दिल्ली विविद्यालय में इसका स्तर 398, पीतमपुरा में 397 व मथुरा रोड पर 357 पाया गया जो सामान्य से छह गुना ज्यादा है.
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इसी सप्ताह सात वैक्यूम क्लीनर आनंद विहार में लगाने का फैसला लिया है.अगले माह कुछ और जगहों पर वैक्यूम क्लीनर लगाने की योजना है. इस सप्ताह राजधानी में कोहरा भी बरकरार है. बढ़ते प्रदूषण के कारण ही विवाह समारोह आदि में आतिशबाजी पर रोक लगाई गई है.