आरक्षण की मांग को लेकर कापू समुदाय के सदस्यों का आंदोलन रविवार को हिंसक हो गया.प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी गोदावरी जिले के तुनी रेलवे स्टेशन पर रत्नांचल एक्सप्रेस के 8 डिब्बों में आग लगा दी जिससे विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम प्रखंड में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई.विजयवाड़ा स्टेशन के प्रबंधक एन. सुरेश बाबू ने कहा कि हालांकि रेलवे अधिकारियों के समय पर हस्तक्षेप से घटना में किसी यात्री को कोई चोट नहीं लगी.
उन्होंने कहा कि अपने नेता और पूर्व मंत्री मुद्रागडा पदमनाभ द्वारा संबोधित किये जाने वाली जनसभा में शामिल होने के लिए तुनी में एकत्रित प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन पर पथराव किया और कुछ पुलिसकर्मियों पर हमला किया. इसके बाद उन्होंने रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की. भीड़ ने तुनि थाने को भी आग लगा दी. करीब 2 लाख प्रदशर्नकारियों ने चेन्नई-कोलकाता नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया. ट्रेन की बोगियां जलाने के बाद भीड़ ने तुनि ग्रामीण पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए.
इनमें से एक पुलिस कॉन्स्टेबल की हालत गंभीर है.भीड़ ने पुलिस के दो वाहनों समेत 8 गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. कापू समुदाय के लोग पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदशर्न कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रदशर्नकारियों ने चेन्नई-कोलकाता रेलवे नेटवर्क को भी जाम कर दिया है.सरकार ने की थी अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की घोषणा : गौरतलब है कि बीते साल आंध्र प्रदेश सरकार ने कापू समुदाय को पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की घोषणा की थी.
इसके साथ ही समिति बनाकर पिछड़ा वर्ग में आरक्षण के अनुपात का अध्ययन करने को कहा गया था.समिति को समुदाय के लिए आरक्षण के अनुपात के बारे में सरकार को सिफारिश कर रिपोर्ट पेश करना था. ताकि यह निर्णय किया जा सके कि समुदाय को कितना आरक्षण देना है. सरकार ने इस समुदाय के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली आरक्षण के मुद्दे का अध्ययन करने के लिए एक आयोग गठित करने का भी फैसला किया है.