मंत्री स्मृति ईरानी और बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के बीच ट्विटर पर ‘डियर’ शब्द को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। अशोक चौधरी ने ट्विटर पर स्मृति ईरानी से सवाल किया था कि नई एजुकेशन पॉलिसी कब से लागू होगी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- ‘डियर स्मृति ईरानी जी, हमें नई एजुकेशन पॉलिसी कब मिलेगी? आपके कैलेंडर में साल 2015 कब खत्म होगा?’ उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि कभी राजनीति और भाषण से वकत मिले तो शिक्षा नीति की तरफ भी ध्यान दें।
स्मृति ने चौधरी के इस ट्वीट पर सवाल उठाया और कहा, ‘महिलाओं को ‘डियर’ कहकर कब से संबोधित करने लगे अशोक जी।’ इस पर अशोक चौधरी ने जवाब दिया ‘उन्होंने अपमान नहीं सम्मान की तौर पर इस शब्द का इस्तेमाल किया और प्रोफशनल बातचीत की शुरुआत ‘डियर’ शब्द से ही होती है’। उन्होंने कहा कि ‘स्मृति जी, मुद्दे को गोल-गोल घुमाने से अच्छा है कभी सही जवाब भी दे दिया करिए।
केंद्रीय मंत्री ने एक बार फिर अशोक चौधरी को जवाब में कहा कि उनकी हर बातचीत में वह सभी के लिए ‘आदरणीय’ शब्द का इस्तेमाल करती रही हैं। उन्होंने एजुकेशन पॉलिसी पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने जमीनी स्तर पर बातचीत नहीं की है।अशोक चौधरी ने इसपर कहा कि मैं आपसे निवेदन करता हूं कि हमारी मीटिंग को सार्वजनिक कर दें।
दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। इसपर स्मृति ने जवाब दिया कि मुद्दा एजुकेशन पॉलिसी का था जो आपने उठाया अब ये बताएं कि पॉलिसी पर राज्य के सुझाव कब तक भेजेंगे। उन्होंने निवेदन भी कर डाला कि वह बिहार में अध्यापकों की 2 लाख भर्तियां करें, केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन आवंटित कराएं।