अभ्यर्थियों के हिंसक प्रदर्शन के बाद रेलवे ने रोकीं भर्ती परीक्षाएं

रेल मंत्रालय ने गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी के 35 हजार से अधिक पदों पर दूसरे चरण और ग्रुप डी के लिए पहले चरण की परीक्षाओं पर फिलहाल रोक लगाने और पांच सदस्यीय समिति बना कर आंदोलन करने वाले छात्रों की शिकायत दर्ज करने का फैसला किया है।समिति 16 फरवरी तक छात्रों की शिकायत दर्ज करेगी और चार मार्च तक समिति अपनी सिफारिशें मंत्रालय को सौंप देगी।

रेल मंत्रालय ने बिहार में छात्रों के हिंसक आंदोलन को देखते हुए एक बयान जारी कर इस निर्णय की जानकारी दी। एनटीपीसी के दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा 15 से 19 फरवरी और ग्रुप डी के तकनीकी पदों के लिए पहले चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा 23 फरवरी से शुरू होनी थी।

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि रेल मंत्रालय ने बिहार में हिंसक आंदोलन को देखते हुए एनटीपीएस के लिए दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा और ग्रुप डी के लिए पहले चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा पर फिलहाल रोक लगाने का फैसला किया है।बयान में कहा गया है कि अभ्यर्थियों की शंकाओं एवं चिंताओं का समाधान करने के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त पांच सदस्यीय समिति बनाई गई है।

समिति की अध्यक्षता रेलवे बोर्ड में प्रमुख कार्यकारी निदेशक दीपक पीटर करेंगे जबकि बोर्ड में कार्यकारी निदेशक स्थापना (रेलवे भर्ती बोर्ड) राजीव गांधी समिति के सदस्य सचिव होंगे। समिति में पश्चिम रेलवे के मुख्य कार्मिंक अधिकारी (प्रशासन) आदित्य कुमार, रेल भर्ती बोर्ड चेन्नई के अध्यक्ष जगदीश अलगर तथा रेल भर्ती बोर्ड भोपाल के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता सदस्य होंगे।

रेलवे बोर्ड ने एक समर्पित ईमेल अकाउंट भी बनाया है। आरआरबी कमेटी एट रेलनेट डॉट गॉव डॉट इन पर शिकायत दर्ज करायी जा सकती है।बयान के अनुसार समिति एनटीपीसी के पदों के लिए प्रथम चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा के नतीजों के संबंध में अभ्यर्थियों की शंकाओं एवं चिंताओं को समझेगी और मूल्यांकन पण्राली की जांच करेगी।

इसके लिए समिति पहले चरण की परीक्षा में उत्तीर्ण एवं अनुत्तीर्ण दोनों प्रकार के अभ्यर्थियों की बातों को सुनेगी और तत्पश्चात अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेंगी। समिति यह ध्यान रखेगी पहले चरण की परीक्षा में दूसरे चरण की परीक्षा के लिए चयनित अभ्यर्थी प्रभावित नहीं हों।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं करने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा।इससे पहले बिहार में प्रदर्शन के तीसरे दिन एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी गई और एक पर पथराव किया गया। वैष्णव ने कहा कि मैं छात्रों से कानून को अपने हाथ में नहीं लेने का अनुरोध करता हूं।

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