मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अगस्तावेस्टलैंड हेलिकाप्टर घोटाला मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा.अगस्ता मामले में सोनिया गांधी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए केजरीवाल भी जंतर-मंतर पहुंचे.
इस दौरान मोदी सरकार और कांग्रेस पर बरसते हुए केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री में सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं है और दोनों पार्टियों की ‘भ्रष्टाचार में मिलीभगत’ है.प्रधानमंत्री की कथित ‘फर्जी’ डिग्री के मुद्दे पर बोलते हुए केजरीवाल ने यह भी कहा कि दोनों पार्टियों के बीच ये ‘सांठगांठ’ है कि भाजपा सरकार हेलिकाप्टर मामले में सोनिया गांधी को गिरफ्तार नहीं करेगी और कांग्रेस मोदी की शैक्षणिक योग्यता के मामले को नहीं उठाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘इटली की कोर्ट के आदेश में सोनिया गांधी, अहमद पटेल, कुछ अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं के नाम भी हैं लेकिन मोदी में हिम्मत नहीं है सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की, उनसे दो सवाल तक पूछने की हिम्मत नहीं है.केजरीवाल ने कहा, ‘‘ मोदी जी आपको कार्रवाई करने के लिए प्रधानमंत्री बनाया गया है, इस काम को इटली की कोर्ट पर छोड़ने के लिए नहीं. यदि आप उन्हें जेल भेजते तो हमारा सीना 56 इंच का हो जाता. जब हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि इटली की कोर्ट सोनिया गांधी का नाम ले रही है, मैं नहीं. मैं मोदीजी से कहना चाहता हूं कि आप उनसे डरते क्यों हैं?’’
हेलिकाप्टर घोटाले में जांच की प्रगति पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इस आश्वासन पर सत्ता में आयी थी कि वह भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाएगी लेकिन जांच में ‘एक इंच’ भी प्रगति नहीं हुई है.उन्होंने कहा, ‘‘दो साल में अगस्तावेस्टलैंड मामले में उन्होंने क्या जांच की? इटली की सरकार ने जांच पूरी की, कोर्ट में मामले दाखिल किए, फैसला आया और रिश्वत देने में शामिल रहे लोगों को जेल भिजवाया गया.’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब अन्ना आंदोलन शुरू हुआ, जनता सरकार को बदलना चाहती थी. उन्हें पता था कि भाजपा और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं लेकिन मोदीजी ने लोकसभा चुनाव से पहले इतने शानदार भाषण दिए कि लोगों ने यह उम्मीद बांधनी शुरू कर दी कि भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार अभियानों के दौरान, मोदी ने कहा कि वह भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के दामाद राबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करेंगे लेकिन दो साल तक सत्ता में रहने और हरियाणा तथा राजस्थान में अपनी सरकारें होने के बावजूद उनसे (वाड्रा) एक बार पूछताछ तक नहीं की गयी है.