सोमनाथ भारती पर भीड़ को कथित तौर पर भड़काकर एम्स की चहारदीवारी को नुकसान पहुंचाने और अस्पताल के सुरक्षाकर्मी के साथ बदसलूकी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है हालांकि पूर्व मंत्री ने आरोपों से इंकार किया है।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने नौ सितंबर को लिखित शिकायत में कहा कि सुबह पौने नौ बजे एम्स की परिसंपत्ति के भीतर अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश सुगम बनाने लिए भारती ने गौतम नगर नाला रोड पर जेसीबी मशीन के साथ भीड़ को अस्पताल की चहारदीवारी क्षतिग्रस्त करने के लिए उकसाया और सुरक्षाकर्मी के साथ भी बदलसलूकी की।
अधिकारी ने बताया कि छह सुरक्षाकर्मियों की चिकित्सकीय जांच की गयी और हौज खास थाने में आईपीसी की धारा 147 (उपद्रव करने की सजा), 148 (उपद्रव करने, घातक हथियारों से लैस रहने), 186 (लोक सेवक को उसके सार्वजनिक कामकाज में बाधा डालने), 353 (हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल कर लोक सेवक को उसका कर्तव्य नहीं पूरा करने देने) और सार्वजनिक संपत्ति कानून को नुकसान की रोकथाम की धारा तीन बटा चार के तहत मामला दर्ज किया गया।
इस बीच, घटनाक्रम पर भारती ने ट्वीट किया एम्स झूठ बोल रहा है। वे गौतम नगर के निवासियों को जायज प्रवेश देने से इंकार कर रहे हैं। एम्स ने पीडब्ल्यूडी के साथ बैठकों से भी इंकार कर दिया।’ उन्होंने कहा जहां कहीं भी आम आदमी को दिक्कत होगी मैं जाऊंगा। निवासियों द्वारा दीवार गिराने का आरोप पूरी तरह झूठा है। मैं अदालत में लड़ूंगा।