आप ने कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) चुनावी प्रक्रिया और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की ईमानदारी की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है।आप ने एक बयान में कहा है कि इस तरह आयोग स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की अपनी संवैधानिक जवाबदेही में विफल रहा है।
आप की यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मध्य प्रदेश में एक ईवीएम की मीडिया के सामने जांच के दौरान कोई भी बटन दबाने से उसका वोट कमल को ही जाता था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निर्वाचन आयोग से शनिवार को आग्रह किया कि यह सुनिश्चित करने के लिए खराब एटीएम के मामलों की जांच की जाए कि कहीं उनके साथ छेड़छाड़ पंजाब, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और गोवा विधानसभा चुनावों में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए तो नहीं की गई।
लेकिन आयोग ने केजरीवाल के इस सवाल को खारिज कर दिया और उनसे इस बात के लिए आत्ममंथन करने के लिए कहा कि उनकी पार्टी पंजाब और गोवा में अपनी उम्मीदों पर खरी क्यों नहीं उतर पाई, और कहा कि असंतोषजनक चुनाव परिणाम के लिए ईवीएम पर दोष मढ़ना गलत है।
आप ने बयान में कहा है यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि निर्वाचन आयोग कार्रवाई करने के बदले ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के मुद्दे पर राजनीतिक बयान जारी कर रहा है।बयान में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले की घटना यह साबित करती है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव है।
बयान में कहा गया है इस घटना ने निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर से और ईवीएम के जरिए संपन्न की जाने वाली पूरी चुनावी प्रक्रिया पर से करोड़ों भारतीय मतदाताओं के भरोसे को डिगा दिया है।आप ने मांग की है कि आयोग निर्वाचन प्रक्रिया में आम आदमी का भरोसा कायम करने के लिए तत्काल कार्रवाई करे।दिल्ली नगर निगम के चुनाव 23 अप्रैल को होने हैं और इसमें 12,000 ईवीएम के इस्तेमाल की संभावना है।