हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी में रविवार को हिंसा हुई। ठाकुरगंज इलाके में भीड़ ने कई दुकानों को निशाना बनाया। सुरक्षाबलों के रोकने पर पथराव भी किया गया। पहले एक दुकानदार को पीटा गया। कुछ पटरी दुकानदार जब उसे बचाने पहुंचे, तो उनसे भी मारपीट की गई। इसके बाद हिंसा भड़क उठी। हिंसा को रोकने में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बमुश्किल यहां हालात संभाले जा सके, जब मौके पर डीएम और एसएसपी फोर्स के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझकार शांत कराया। एहतियातन इलाके में आरएएफ की टुकड़ी के साथ भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कमलेश तिवारी हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। उन्होंने पैगंबर ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। इसके विरोध में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक भारी तादाद में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन आज भी जारी है। मुस्लिमों ने कमलेश तिवारी को फांसी देने की मांग की है।विवादित टिप्पणी को लेकर मौलाना मुफ्ती अबुल हसन अरशद कांधलवी ने कहा था कि पैगंबरों, अवतारों और धर्म गुरुओं की शान में गुस्ताखी करने वालों को फांसी का कानून बनना चाहिए। ऐसे लोगों की नागरिकता भी समाप्त होनी चाहिए।
पैगंबर साहब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कमेलश तिवारी से अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी किनारा कर लिया है। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित अशोक शर्मा ने कहा था कि जिस तरह से आजम खान के आरएसएस के खिलाफ दिए गए बयान के जवाब में कमलेश तिवारी ने अपना विवादित बयान दिया, उससे लगता है कि कमलेश आरएसएस के कार्यकर्ता हैं।रविवार को राजधानी लखनऊ पहुंचेे बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने भी कमलेश तिवारी से किसी प्रकार के संबंध से इनकार किया है।