बिहार में चक्रवात यास के कारण सात लोगों की मौत हो गई जबकि चक्रवाती तूफान के मद्देनजर कम दबाव का क्षेत्र बनने से शुक्रवार को राज्य के अधिकांश हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई. राजधानी पटना , दरभंगा, बांका, मुंगेर, बेगूसराय, गया और भोजपुर में चक्रवात से एक-एक शख्स की मौत हो गई.
राजधानी में पटना को वैशाली से जोड़ने वाले भद्र घाट पर पीपा पुल का एप्रोच रोड धंस गया. वहीं वैशाली के राघोपुर में तेज बारिश के कारण रुस्तमपुर पीपापुल क्षतिग्रस्त हो गया.मौसम विभाग ने शनिवार को भी उत्तर बिहार के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
वहीं सीएम नीतीश कुमार ने लोगों की मौत पर दुख जताया है. सीएम ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का तत्काल भुगतान करने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी निर्देश दिया कि बेगूसराय में चक्रवात से घायल चार व्यक्तियों और गया और बांका में एक-एक घायल को उचित मेडिकल मदद मुहैया कराई जाए.
कुमार ने बिहार के लोगों से मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों के अनुसार सभी सावधानी बरतने की अपील की और आश्वासन दिया कि बिजली और पानी की निर्बाध आपूर्ति तथा वाहनों के आवागमन का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
विपक्षी राजद ने एक बयान जारी करके नीतीश कुमार सरकार पर भारी बारिश के मद्देनजर शहर को डूबा देने का आरोप लगाया. बताते चलें कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दस्तक देने के बाद 26 मई की मध्यरात्रि से भयंकर चक्रवाती तूफान यास ने झारखंड और बिहार को प्रभावित किया था.
चक्रवात के कारण राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश हुई थी.यहां मौसम कार्यालय के अधिकारी एस के मंडल के अनुसार, कटिहार और सारण जैसे उत्तर बिहार के जिलों में 200 मिमी के करीब या उससे अधिक बारिश हुई.
पटना जिले में तेज हवाएं चलने के साथ ही यहां कल से 90 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जिसके परिणामस्वरूप राजधानी के मुख्य इलाकों सहित कई हिस्सों में भारी जल-जमाव हो गया. धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं. वहीं खराब मौसम के कारण बृहस्पतिवार शाम को बाधित हुआ हवाई यातायात सुबह फिर से शुरू हो गया.