मध्य प्रदेश में एक गैंगरेप पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई। बता दें कि 7 दिसंबर को सागर के देवाल गांव में एक 15 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप की खबर आई थी। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने गैंगरेप के बाद उसे आग के हवाले कर दिया था। काफी गंभीर रुप से जख्मी हो जाने के बाद पीड़िता का इलाज बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
हालांकि डाक्टरों ने पीड़िता की हालत स्थिर बताई थी और कहा था कि तीन दिनों के अंदर उसकी हालत में काफी सुधार आ जाएगा। डॉक्टरों ने यह भी आश्वासन दिया था कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जा रही थी। राज्य मंत्री भूपेंद्र सिंह ने डॉक्टरों को निर्देश दिया था कि यदि जरूरत पड़े तो पीड़िता को एयर एंबुलेंस से प्रदेश के अन्य अस्पताल में भेजा जाए और इसके इलाज का खर्च शासन वहन करेगा।
बीएमसी में पीड़िता के परिजनों ने मंत्री से कहा था कि उन्हें मुआवजे के दौर पर रुपए नहीं चाहिए उन्हें बस न्याय चाहिए आरोपियों को जल्द से जल्द सजे मिले। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी बच्ची की जिंदगी किसी षडयंत्र के तहत बर्बाद की गई है और पुलिस को इसका खुलासा करना चाहिए। इस घटना से हम लोग समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहे।
किशोरी के चाचा ने बताया उनकी भतीजी घर पर अकेली थी तभी राघवेंद्र व शुभम नाम के दो युवक आए। दोनों ने किशोरी से छेड़छाड़ और दुष्कर्म किया। किशोरी के शोर मचाने पर आरोपियों ने उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। वह किसी तरह घर से बाहर निकली तो पड़ोसियों ने आग बुझाई थी। 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप पर फांसी मध्य प्रदेश विधानसभा में हाल ही में 12 साल तक की लड़कियों से बलात्कार के दोषियों को फांसी की सजा देने वाले बिल को मंजूरी मिल गई है।
मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो 12 साल या उससे छोटी बच्चियों से बलात्कार करते हैं, वे इंसान नहीं हैं, वे राक्षस हैं। उनके पास जीने का अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बार-बार पीछा करना भी एक गैर जमानती अपराध होगा और अपराधियों को दंडित किया जाएगा।