दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियांण बोर्ड के 50 दस्ते सक्रिय हो जाएंगे।हर साल ठंड के मौसम में एनसीआर में वायु प्रदूषण काफी बढ़ जाता है। प्रदूषण के ऊंचे स्तर के साथ स्मॉग (धूल और धुएं के मिश्रण) के कारण आम लोगों को काफी परेशानी होती है।
मौसमी कारकों के साथ आसपास के राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाने से यह स्थिति उत्पन्न होती है। सीपीसीबी ने प्रदूषण फैलाने वाले कारकों के नियंत्रण के लिए 50 दस्ते गठित की हैं जो मौके पर जाकर प्रदूषण के लिए जिम्मेदार लोगों और संस्थाओं पर जुर्माना लगाएगी। साथ ही राज्य सरकारों को भी प्रदूषण कम करने की सलाह देगी।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने बताया कि सीपीसीबी के दस्ते प्रदूषण की दृष्टि से एनसीआर के हॉटस्पॉट शहरों में जाएंगी। इनमें उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ, हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, झज्जर, पानीपत और सोनीपत तथा राजस्थान के भिवाड़ी, अल्वर और भरतपुर शामिल हैं।
इन शहरों में जिन स्थानों पर प्रदूषण अधिक होगा टीमें वहां औचक निरीक्षण करेंगी। प्रदूषण नियांण के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर चल रहे बड़े निर्माण कायरें, खुले में कूड़ा फैलाने, सड़क किनारे की धूल और कूड़े को खुले में जलाने की घटनाओं पर इन दस्तों की नजर रहेगी। पिछले कुछ वर्षों की तरह इस साल भी ये दस्ते 15 अक्टूबर से अगले साल 28 फरवरी तक सक्रिय रहेंगे।