स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी के गुरु वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ हाईकोर्ट के ऑर्डर के बाद जारी कार्रवाई को 7 दिन हो गए हैं। कार्रवाई मंगलवार को भी जारी रही। कार्रवाई में डीसीडब्ल्यू (दिल्ली महिला आयोग) की टीम के साथ सीडब्ल्यूसी (केंद्रीय महिला आयोग) की टीम भी शामिल थी। टीम ने करावल नगर से दो नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया।
महिला आयोग की टीम सात दिनों में 48 नाबालिगों को छुड़वा चुकी है। इनकी काउंसलिंग अलीपुर के मिंडा चाइल्ड वेलफेयर होम में चल रही है। हालांकि अभी तक वीरेंद्र देव पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने बाबा से जुड़े सभी मामलों की जांच अब सीबीआई को सौंप दी है।
सीबीआई ने वीरेंद्र देव के खिलाफ सबूत जुटाना शुरू कर दिया है। हालांकि सीबीआई ने अभी एफआईआर दर्ज नहीं की है। ऐसे में यह साफ नहीं है कि सीबीआई किन धाराओं में बाबा के खिलाफ केस दर्ज करने वाली है।सुबह डीसीडब्ल्यू और सीडब्ल्यूसी की टीम ने वीरेंद्र देव दीक्षित के करावल नगर के आश्रम पर रेड मारा।
टीम करीब 4 घंटे तक आश्रम के अंदर रही। इस दौरान न केवल वहां मौजूद महिलाओं के बयान दर्ज किए, बल्कि उम्र से जुड़े डॉक्युमेंट्स जांचने के बाद दो को नाबालिग पाया। दोनों नाबालिगों को आश्रम से निकाल कर चाइल्ड वेलफेयर होम पहुंचाया गया।
आश्रम में मेडिकल जांच के बाद चाइल्ड वेलफेयर होम में भी डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल जांच की।इसके बाद अब सभी डॉक्टर अपनी रिपोर्ट तैयार करने में लगे हैं। ये रिपोर्ट कोर्ट द्वारा नियुक्त टीम को 4 जनवरी को कोर्ट में सौंपनी हैं।इसके बाद यह तय किया जाएगा कि आश्रम में रह रही कितनी महिलाओं के साथ रेप किया गया है।