हार में तेज बारिश हुई। इस दौरान राज्य में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने से 28 लोगों की मौत हो गई। पटना में दो घंटे के भीतर 52 मिमी बारिश दर्ज की गई। शनिवार रात से ही बिहार के पूर्वी इलाकों में बारिश जारी थी। किशनगंज और आसपास के इलाकों में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। तैबपुर, ठाकुरगंज में 120 मिमी, बहादुरगंज में 80 मिमी और किशनगंज में 50 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार दोपहर दो बजे के बाद दक्षिण-पश्चिम (यूपी और झारखंड) के इलाकों से सिस्टम डेवलप हुआ। इससे बिहार के ज्यादातर पश्चिमी इलाकों में अच्छी बारिश हुई, जो देर रात तक जारी रही। डिपार्टमेंट ने बताया कि सिस्टम मजबूत है और अगले 48 घंटे तक प्रदेश में अच्छी बारिश के आसार हैं।
रविवार को तेज बारिश के दौरान बिजली गिरने से वैशाली में 7 लोगों की जान गई। रोहतास में 4, सारण में 3, बक्सर में 3, भोजपुर, अररिया, गया, समस्तीपुर, सीवान, औरंगाबाद और बिहार शरीफ में एक-एक लोगों की जान गई। राजधानी पटना में 4 लोगों की मौत हुई डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने 26 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
डिपार्टमेंट के एडिशन सेक्रेटरी अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि 11 जिलों में बिजली गिरने की इन्फॉर्मेशन है।पटना में सोमवार को भी बारिश होने की संभावना है। मंगलवार से नॉर्दन इलाकों में बारिश की संभावना है। बुधवार व गुरुवार को प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं।अभी तक पटना में 68 फीसदी ही बारिश हो पाई थी। लेकिन, रविवार शाम में हुई बारिश के चलते पटना का कोटा 90% पूरा हो गया है।
यहां अभी तक 216.1 मिमी बारिश होनी थी। लेकिन, रविवार रात साढ़े आठ बजे तक पटना में 198.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।देर रात तक बारिश की वजह से गांधी मैदान सहित राजधानी की सभी मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। इससे यातायात पर असर पड़ा।स्टेशन गोलंबर, फ्रेजर रोड, एक्जीबिशन रोड, जेपी गोलंबर, बोरिंग रोड कैनाल रोड, राजाबाजार फ्लाईओवर, मीठापुर, आर ब्लॉक, गर्दनीबाग सहित शहर के सभी निचले इलाकों में पानी भर गया।
नेपाल से बिहार और यूपी के इलाकों में टर्फ बना हुआ है। साउथ-वेस्ट मानसून के एक्टिव होने से नमी लगातार 90% के आसपास है।
मैक्सिमम टेम्प्रेचर 35.4 डिग्री पर पहुंच जाने से लोकल थंडर स्टॉर्म भी डेवलप हो रहे हैं। 14 जुलाई तक इसी तरह के मौसम बने रहने का अनुमान है।