कर्नाटक में दो निर्दलीय विधायकों ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। विधायकों के नाम एच नागेश और आर शंकर हैं। नागेश मुलाबागिलू सीट से निर्दलीय विधायक हैं। वहीं, शंकर रेनेबेन्नूर विधानसभा सीट से केपीजेपी के विधायक हैं।
विधायकों के समर्थन वापस लेने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा अगर दो विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया, तब भी कितनी सीटें हैं? मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं। मेरी सरकार स्थिर है और मुझे मेरी मजबूती पता है। जो कुछ भी मीडिया में चल रहा है, मैं उसका आनंद उठा रहा हूं।
कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। हम कह रहे हैं कि भाजपा हमारे विधायकों को पैसे और ताकत से खरीदना चाहते हैं और सरकार को गिराना चाहते हैं, लेकिन उनका प्रयास बेकार है। कर्नाटक सरकार स्थिर है।
इस्तीफा देने वाले दोनों विधायकों ने कर्नाटक के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया कि वे जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार से अपना समर्थन तुरंत प्रभाव से वापस ले रहे हैं। हालांकि, इससे सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सरकार के पास अभी भी 118 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
एच नागेश ने कहा मैंने गठबंधन को बेहतर और मजबूत सरकार देने के लिए समर्थन दिया था, लेकिन यह सरकार विफल रही। इस सरकार के सहयोगियों के बीच में कोई समन्वय और समझ नहीं है। इसलिए, मैंने भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है ताकि राज्य में एक मजबूत सरकार बनाई जा सके।
आर. शंकर ने कहा आज मकर संक्रांति है। इस मौके पर मैं चाहता हूं कि सरकार बदल जाए। सरकार को सक्षम होना चाहिए। इसलिए मैं सरकार से अपना समर्थन वापस ले रहा हूं।इन दो निर्दलीय विधायकों के अलावा बसपा के एक विधायक का भी सरकार को समर्थन है।बसपा विधायक एन महेश ने अक्टूबर में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि, उन्होंने कहा था कि सरकार को उनका समर्थन जारी रहेगा।कर्नाटक भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा अपने विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदि ने कहा- कुमारस्वामी हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, हम अपने विधायकों के साथ यह दिखाने के लिए दिल्ली आए हैं कि हम एक हैं।