चक्रवाती तूफान गाजा देर रात तमिलनाडु के नागपट्टनम और वेदरन्नियम तट से टकराया। इस दौरान तूफानी हवाओं की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा रही। गाजा के असर से कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री पलानीसामी ने बताया कि हादसों में 23 लोगों की मौत हुई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने 81 हजार लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर 471 राहत शिविरों में भेजा है। मौसम विभाग ने शाम तक तूफान के कमजोर पड़ने का अनुमान जताया है।तेज हवाओं और बारिश की वजह से बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए।
कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। तटीय इलाकों के घरों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने मदद के लिए एनडीआरएफ की नौ टीमें प्रभावित इलाके में तैनात की हैं। गुरुवार-शुक्रवार को एहतियातन सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई।
मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु के तटीय शहरों- कोड्डालुरु, नागपट्टनम, थोंडी, पंबान और पुड्डुचेरी के कराईकल में सुबह तक आठ सेंटीमीटर तक बारिश हुई। तूतिकोरिन और रामनाथपुरम में भी भारी बारिश हो रही है। तिरुवरूर जिले के कई शहरों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए।
नागपट्टनम और कराईकल जिले में भी सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ।पड्डुकोट्टाई जिले में एक मकान ढहने से चार युवकों की मौत हो गई, तीन महिलाएं जख्मी हुईं। तंजावुर में 10 और तिरुवरूर में 4, पुडुकोट्टाई में तीन, त्रिची में दो ,नागापट्टनम, कुड्डालोर और तिरूवानामलाई में एक-एक लोगों की जान गई।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 10-10 लाख की मदद देने का ऐलान किया। तूफान से हुए नुकसान की जानकारी जुटाई जा रही है।मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा था कि गाजा चक्रवात 14 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ा। तमिलनाडु, दक्षिणी आंध्र और पुड्डुचेरी तट पर ऊंची लहरें उठने की आशंका है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई।तमिलनाडु में एनडीआरएफ की नौ और पुड्डुचेरी में दो टीमें तैनात है। इसके अलावा 31 हजार बचाव कर्मियों और एसडीआरएफ को भी स्टैंडबाई पर रखा है, ताकि आपात स्थिति में उनकी मदद ली जा सके।
अन्ना यूनिवर्सिटी ने अपनी सेमेस्टर परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। वहीं, टेक्निकल डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाओं की तारीख 24 नवंबर तक बढ़ाई गई है। राज्य के तंजावुर, तिरुवरूर, नागपट्टनम, रामनाथपुरम, पड्डुकोट्टाई और पुड्डुचेरी के कराईकल जिले में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए।