महाराष्ट्र के भिवंडी में तीन मंजिला इमारत गिर गई है. हादसे में 7 बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लोगों को जीवित बचा लिया गया है. घटना की सूचना मिलने के बाद NDRF की दो टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए रवाना हो गई हैं. जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग जर्जर हालत में थी. सोमवार सुबह जब लोग गहरी नींद में सोए हुए थे.
तभी सुबह 3.45 बजे बिल्डिंग भरभराकर नीचे गिर गई. बिल्डिंग गिरते ही वहां पर चीख पुकार मच गई. शोर सुनकर आसपास रहने वाले लोग बिल्डिंग की ओर दौड़े और अपने प्रयासों से तकरीबन 20 लोगों को मलबे में से सुरक्षित बाहर निकाल लिया.घटना की सूचना मिलते ही पुलिस- प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची. साथ ही NDRF की दो टीमें को भी मदद के लिए बुलाया गया.
फिलहाल कई लोगों के इमारत में फंसे होने की आशंका है. NDRF के साथ ही पुलिस प्रशासन की टीमें भी राहत कार्य में लगी हुई हैं. प्रशासन ने मलबे में दबे 5 और लोगों को जीवित बाहर निकाल लिया है.जानकारी के मुताबिक घटना में हताहत हुए जुबेर खुरेशी (30), फायजा खुरेशी(5),आयशा खुरेशी (7), बब्बू (27), फातमा जुबेर बाबू (2), फातमा जुबेर कुरेशी (8), उजेब जुबेर (6), असका आबिद अन्सारी (14) अन्सारी दानिश अलिद (12) सिराज अहमद शेख (28) के शव मिल चुके हैं. बाकी लोगों की तलाश जारी है.
पुलिस के अनुसार पटेल कम्पाउन्ड में बनी इस जिलानी बिल्डिंग में 24 परिवार रहते थे. ये इमारत करीब 50 साल पुरानी थी. इसकी जर्जर हालत को देखते हुए नगरपालिका की ओर से इसे खाली करने का नोटिस दिया गया था. लेकिन लोगों ने इस इमारत को खाली नहीं किया. इमारत गिरने की वजह से उसके पास लगा पावर लूम कारखाना भी धाराशाई हो गया.
प्रशासन के मुताबिक जिस इलाके में घटना हुई, वह एक संकरा इलाका है. वहां पर कई लोगों ने बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण कर रखे हैं. इन अवैध निर्माणों में मजबूती और नियम-कायदों का ध्यान नहीं रखा जाता. जिसके चलते इस इलाके में पहले भी बिल्डिंग गिरने की कई घटनाएं हो चुकी हैं.