वाराणसी से उत्तर प्रदेश एटीएस और मिलिट्री अभिसूचना इकाई ने आईएसआई एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया है। राशिद सेना के अलावा सीआरपीएफ के ठिकानों की महत्वपूर्ण सूचनाएं आईएसआई को भेजता था।
एटीएस ने राशिद के मोबाइल से महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं। जांच में सामने आया है कि राशिद ने अयोध्या रामजन्मभूमि, फैजाबाद आर्मी क्षेत्र, अमेठी, प्रयागराज, वाराणसी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई रैलियों की फोटो और वीडियो पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजे हैं।
एटीएस के इंस्पेक्टर शैलेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मिलिट्री अभिसूचना इकाई द्वारा सूचना मिली थी कि वाराणसी का रहने वाला एक व्यक्ति मोबाइल से पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों के संपर्क में है।
जांच की गई तो पता चला कि चंदौली जिले के मुगलसराय थाना इलाके के चौरहट पड़ाव गांव निवासी राशिद अहमद पुत्र इदरीश अहमद आईएसआई के संपर्क है। वह अपने फोन से सैन्य ठिकानों की फोटो खींचकर भेजता है।
राशिद के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया है। वह दो बार पाकिस्तान जा चुका है। आईएसआई एजेंटों से मिला था। आरोपी ने अभी तक कई महत्वपूर्ण स्थानों, आर्मी और सीआरपीएफ कैंपों की रेकी कर उनकी फोटो और वीडियो भेजे हैं।
इसके एवज में आईएसआई एजेंटों ने आरोपी को रुपए और गिफ्ट भेजे हैं।अभी तक कितने स्थानों, कैंपों की रेकी कर फोटो भेजी गई है? कितनी बार रुपए और गिफ्टे मिले? कहां-कहां की फोटो और वीडियो भेजने की जिम्मेदारी दी गई थी?
इस काम में कितने और साथी सम्मिलित हैं? इसकी जांच की जाएगी। राशिद को लखनऊ लाकर पूछताछ होगी। वह दो बार पाकिस्तान ट्रेनिंग के लिए जा चुका है। वह पाकिस्तान में बैठे हैंडलर के संपर्क में था।