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भारत में तेजी से ठीक हो रहे कोरोना के मरीज

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है लेकिन इस बीच भारत में एक राहत भरी खबर आई है. जी हां, देश में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही अभी भी सामने आ रहे हों लेकिन भारत के लिए अच्छी बात यह है कि संक्रमण के शिकार मरीजों के ठीक होने का प्रतिशत भी लगातार बढ़ रहा है.

बीते 1 सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें तो मंगलवार को ठीक होने वाले लोगों का परसेंटेज 9.9% था. जबकि बुधवार को यह बढ़कर 11.41 प्रतिशत हो गया. इसी तरह गुरुवार को कुछ और राहत भरी खबर आई और परसेंटेज बढ़कर 12.02 पर पहुंच गया.

शुक्रवार को हालत में और सुधार आए और ठीक हुए मरीजों का आंकड़ा 13.06 प्रतिशत पर पहुंच गया.शनिवार सुबह 9:00 बजे तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना से ठीक हुए मरीजों की तादाद में और बढ़ोतरी हुई है. परसेंटेज के लिहाज से यह 13.85 फीसदी हो गया है.

आपको बता दें कि देश में शनिवार सुबह तक कोरोना संक्रमण के 14378 मामले आ चुके हैं. वहीं अब तक 480 लोगों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है जबकि 1992 मरीज ठीक हो कर घर जा चुके हैं. 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो आंकड़ों का हवाला दिया है उसमें भी एक बात बिल्कुल साफ तौर पर कही गई है कि हमारे देश में संक्रमण के जो लोग शिकार हो रहे हैं उनमें से 80 फीसदी लोग ठीक हो रहे हैं.

20 फीसदी मामलों में ही मरीजों की मौत हो रही है. इसकी एक वजह यह भी है कि भारतीय लोगों का इम्यून सिस्टम काफी अच्छा है और बीमारियों से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक है.

देश में जो लोग संक्रमण के शिकार हो रहे हैं उसमें दो तरह का ट्रेंड देखने को मिल रहा है. एक तो मिडल एज ग्रुप ज्यादा संक्रमण का शिकार हो रहा है जबकि जिन लोगों की डेथ तेजी से हो रही है उनमें उन मरीजों का आंकड़ा ज्यादा है जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा रही है.

लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के चलते देश में कोरोना संक्रमण काफी हद तक कंट्रोल हुआ है. हालांकि खतरा अभी भी टला नहीं है. जैसा स्वास्थ्य मंत्रालय भी बार-बार कह रहा है कि कोरोना को हराने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन जैसे वैक्सीन का पूरी तरह पालन करना जरूरी है. 

महत्वपूर्ण बात यह है कि भले ही ठीक हो रहे मरीजों का परसेंटेज लगातार बढ़ रहा हो, लेकिन हम सबकी जिम्मेदारी यही है कि इस वायरस को जड़ से खत्म करने में मदद करें. जिससे देश में कहीं भी कोई भी इसके संक्रमण का शिकार ना हो.

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