पीएम नरेंद्र मोदी पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में वह शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं पहला पीएम हूं, जो पटना यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूं. उन्होंने कहा कि पहले के पीएम मेरे लिए कई अच्छे काम करने का मौका दे गए हैं. उन्होंने कहा कि पटना ने देश को आगे बढ़ाने में बहुत योगदान दिया है.
उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी का देश के लिए बहुत योगदान है. उन्होंने कहा कि यहां के लोग खुद बढ़ें और देश को आगे ले गए. उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में टॉप के ब्यूरोक्रेसी में बिहार के लोग रहे हैं और वहां भी पटना यूनिवर्सिटी के लोग हैं. पीएम ने कहा कि 2022 तक बिहार को समृद्ध राज्य बनाना है. पीएम मोदी के भाषण के दौरान पटना यूनिवर्सिटी में मोदी-मोदी के नारे भी लगे.
पीएम ने नालंदा-विक्रमशिला विश्वविद्यालय की बात भी की. पीएम ने कहा कि मानव की सोच बदल रही है, सोच का दायरा बदल रहा है. शिक्षा का उद्देश्य है दिमाग को खुला करना है. हम सबको हमारी यूनिवर्सिटीज में दिमाग खोलने का अभियान चलाना होगा. तभी नए विचारों के प्रवेश की संभावना बनेगी. आज की यूनिवर्सिटीज को लर्निंग पर जोर देना चाहिए.
नीतीश कुमार की मांग पर पीएम मोदी ने कहा कि केंद्रीय यूनिवर्सिटी बीते हुए कल की बात है. मैं उससे आगे ले जाना चाहता हूं. नई योजना की तहत देशभर के 10 प्राइवेट यूनिवर्सिटी और 10 पब्लिक यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड स्टैंडर्ड बनाने के लिए सरकार के कानूनों से मुक्ति देने की योजना है. आने वाले 5 साल में इन यूनिवर्सिटी 10 हजार करोड़ रुपये देने की योजना है.
हालांकि इसमें शामिल होने के लिए प्रोफेशनल एजेंसियों की मदद से टेस्ट में अव्वल आना होगा. पटना यूनिवर्सिटी भी आगे आए और आगे चलने की दिशा में इस योजना के साथ जुड़े. भारत के पास टैलेंट की कमी नहीं है. हमारे पास 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम के युवा की है. मेरा हिन्दुस्तान जवां है, मेरे हिन्दुस्तान के सपने भी जवां हैं. भारत स्टार्टअप की दुनिया में चौथे नंबर पर खड़ा है, जल्द ही यह नंबर 1 पर होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले युग की जरूरतों की पूर्ति के लिए विश्वविद्यालय को तैयार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब स्पर्धा वैश्विक हो गई है. बदलते युग में इनोवेशन को बल जितना दिया जाएगा हम उतना मजबूती से खड़े रहेंगे. आईटी ने भारत के बारे में दुनिया की सोच को बदला. पहले भारत के बारे में कहा जाता था कि यह तो सांप-सपेरों का देश है.