भाजपा ने तीस्ता सीतलवाड़ का साथ देने के लिए सीधे-सीधे सोनिया गांधी और कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। भाजपा ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी के कहने पर उस समय की यूपीए सरकार ने शिक्षा के नाम पर तीस्ता सीतलवाड़ को 1.4 करोड़ रूपया दिया था, जिसका इस्तेमाल मोदी और भारत को बदनाम करने के लिए किया गया।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत की न्याय प्रणाली के साथ धोखा करने वाली तीस्ता सीतलवाड़ अकेली नहीं थी। उनके पीछे सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी थी। तीस्ता सीतलवाड़, सोनिया गांधी के एनएसी की सदस्य थी।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि तीस्ता सीतलवाड़ और उनके पति के दो एनजीओ ने करोड़ो रुपए का गबन किया और यह तत्कालीन यूपीए सरकार और सोनिया गांधी के सहयोग के बिना संभव नहीं था।
पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के क्लीन चिट देने से यह साबित हो गया कि 2002 के गुजरात दंगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठे आरोप लगाए गए, उन्होने किस तरह से 20 सालों तक इन तमाम झूठे आरोपों का सामना किया, विषपान किया ये सबने देखा है।
पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में यह कहा है कि ऐसे तमाम लोग, जिन लोगों ने खिलवाड़ किया, जिन लोगों ने षड्यंत्र रचे उन सबको कानून के मुताबिक न्यायालय के सामने आना होगा और कानून का सामना करना पड़ेगा।
तीस्ता सीतलवाड़ और अन्य कुछ लोगों के डिटेन होने की खबर का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि इन लोगों ने जान बूझ कर एक झूठी कहानी बनाई और इन लोगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने बाकायदा अपने जजमेंट में तीस्ता सीतलवाड़ का नाम भी लिया है।
जाकिया जाफरी और उसके साथ कई गवाहों को तीस्ता सीतलवाड़ की एनजीओ द्वारा दिए जा रहे निर्देशों और कौसर बानो, बेस्ट बेकरी केस सहित कई अन्य झूठे मामलों का हवाला देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात के दंगों को लेकर तीस्ता सीतलवाड़ एंड कंपनी ने देश को बरगलाने का काम किया और सच एक बार फिर से सामने आ गया है।