डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संदर्भ में कहा है कि लॉकडाउन हटाना महामारी का अंत नहीं है बल्कि यहां से इसके अगले चरण की शुरुआत होती है जिसके लिए हमें तैयार रहना चाहिये।
कोरोना वायरस पर जी-20 देशों की वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुये डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. तेद्रोस गेब्रियेसस ने कहा हम इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि जी-20 समूह के कई देश सामाजिक प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार कर रहे हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि यह प्रक्रिया चरणबद्ध हो। लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों को हटाना किसी देश में महामारी का अंत नहीं, अगले चरण की शुरुआत है।
तेद्रोस ने कहा कि अगले चरण में राष्ट्रों को अपने नागरिकों को वायरस की रोकथाम के लिए शिक्षित करना होगा, उन्हें इसमें भागीदार और सशक्त बनाना होगा।
वायरस का प्रकोप दोबारा बढ़ने की स्थिति में उन्हें त्वरित प्रतिक्रिया के लिए भी तैयार रहना होगा।डब्ल्यूएचओ ने सलाह दी है कि प्रतिबंधों में ढील से पहले सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि उनके पास कोविड-19 के हर मरीज का पता लगाने, उनकी जांच, उनके एकांतवास तथा देखभाल और उनके संपर्क में आये हर व्यक्ति की पहचान की पर्याप्त क्षमता मौजूद है। यदि मामले बढ़ते हैं तो उससे निपटने के लिए उनके स्वास्थ्य तंत्र में मामलों के अनुरूप पूरी सुविधा होनी चाहिये।