मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोनावायरस की रोकथाम के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में लागू किए गए लॉकडाउन में सोमवार से कोई राहत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी 11 जिले वर्तमान में हॉटस्पॉट बने हुए हैं, ऐसे में किसी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जा सकती है।मुख्यमंत्री ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा दिल्ली में मौजूदा स्थिति का आकलन करने के बाद, हमने लॉकडाउन में किसी भी तरह की ढील नहीं देने का फैसला किया है।
हालांकि, एक सप्ताह के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी और सुधार होने पर छूट दी जा सकती है।गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सोमवार से उन स्थानों पर लॉकडाउन में छूट देने को कहा है, जहां महामारी का संक्रमण नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में शनिवार को 186 नए मामले दर्ज किए गए और सामने आए इन सभी मरीजों में बीमारी के लक्षण बिल्कुल नहीं थे।केजरीवाल ने कहा उन्हें पता भी नहीं था कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं। यह और अधिक चिंता का विषय है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से खाने का वितरण किया जा रहा है और ऐसे में एक अन्य मामले में एक मरीज रिलीफ शेल्टर में अन्य लोगों को खाना बांटने का कार्य कर रहा था।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली ने संक्रमण के मामलों में तेजी देखी है।मुख्यमंत्री ने कहा हमें लॉकडाउन में छूट के बारे में योजना बनाने की जरूरत है।
केंद्र का कहना है कि कंटेंमेंट जोन / हॉटस्पॉट वाले स्थानों में लॉकडाउन में बिल्कुल राहत नहीं दी जानी चाहिए। दिल्ली के सभी 11 जिलों को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है।
इसलिए केंद्र सरकार के अनुसार, दिल्ली में कोई छूट नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहाजहां भी लोग आदेशों का पालन कर रहे हैं, वहां मामले नहीं बढ़ रहे हैं। जबकि आदेशों की अवहेलना करने वाले इलाकों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है।
केजरीवाल ने आगे कहा हालांकि, मामलों में लगातार वृद्धि होने के बाद भी स्थिति नियंत्रण में है।मुख्यमंत्री ने कहा हम सभी को चाहिए कि हम आदेशों का पालन करें। शहर में लगभग 1900 मामले पाए गए है, जिसमें से 26 मरीज आईसीयू में हैं और छह को वेंटिलेटर पर रखा गया हैं।