बिहार चुनाव में हार के बाद अब बीजेपी किसानों को अट्रैक्ट करने की कोशिश में लग गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र मोदी जल्द ही कुछ राज्यों में किसानों की रैलियों में शिरकत करने जा रहे हैं।मोदी 18 फरवरी से कुछ रैलियां शुरू करने जा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा फोकस किसानों पर ही होगा। पार्टी को ऐसा लगता है कि बिहार में गांव और किसानों के वोट नहीं मिलने से उसे हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी को लगता है कि विरोधी पार्टियों ने उसकी इमेज अमीर और कॉर्पोरेट्स की बना दी, और इसका उन्हें फायदा भी मिला। बीजेपी अब इस इमेज को सुधारने की कोशिश में जुट गई है।विरोधियों ने लैंड बिल को बड़ा मुद्दा बना दिया और इससे बीजेपी की इमेज किसान विरोधी बन गई।
एक मीडिया रिपोर्ट में बीजेपी के एक नेता के हवाले से कहा गया है कि, बीजेपी सरकारों ने किसानों के लिए कई पॉलिसीज बनाई हैं। अब पार्टी को यह टैग हटाने की जरूरत है कि वह किसानों का साथ नहीं देती।पीएम की रैलियों का फर्स्ट फेज शुरू होने जा रहे है। इसमें मोदी मध्य प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में रैलियां करेंगे।
पिछले हफ्ते मोदी ने अपने मंत्रियों के साथ एक खास मीटिंग की थी। इसमें भी पीएम ने फसल बीमा, एग्री मार्केट्स और किसान विज्ञान केंद्रों से जुड़ी पॉलिसीज को लागू करने के ऑर्डर दिए।बीजेपी की बदली हुई पॉलिसी का असर इस साल के बजट पर देखने को मिल सकता है। 29 फरवरी को पेश होने वाले इस बजट के बारे में पीएम और फाइनेंस मिनिस्टर इशारा दे चुके हैं। फसल बीमा योजना पर सरकार कुछ ढील दे सकती है।
हैदराबाद में दलित स्टूडेंट के मामले से भी पार्टी ने सबक लिया है। सूत्रों के मुताबिक, पीएम ने बीजेपी से जुड़े संगठनों को विवादों से दूर रहने को कहा है। दादरी मामले से हुआ नुकसान भी बीजेपी के जेहन में है।पीएम ने पार्टी नेताओं को सोशल मीडिया पर भी संभल कर कमेंट करने को कहा है।