कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। गांधी परिवार के बेहद ही करीबी रहे एंटनी ने अब कोई चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी ने इसको लेकर कांग्रेस आलाकमान को भी पत्र लिखा है।
अपने पत्र में उन्होंने सोनिया गांधी को संबोधित करते हुए कहा है कि अब वह सक्रिय राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं। वह राज्यसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे और अप्रैल में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह गृह राज्य केरल वापस चले जाएंगे।
एके एंटनी के इस घोषणा के बाद उनके 52 साल के राजनीतिक कैरियर का अंत होने जा रहा है।गौरतलब है कि एके एंटनी मौजूदा वक्त में केरल से राज्य सभा सांसद हैं और 2 अप्रैल को उनका कार्यकाल खत्म हो जाएगा। साल 1970 में एके एंटनी पहली बार विधायक बने थे और 52 साल से राजनीति में सक्रिय हैं।अपने शानदार करियर में एके एंटनी ने केंद्रीय मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री के रूप में तीन-तीन कार्यकाल में काम किया है।
केरल में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 31 मार्च को चुनाव होने हैं। इस बीच तिरुवनंतपुरम में उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए, 81 वर्षीय एंटनी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राज्यसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिए गए अवसरों के लिए धन्यवाद दिया था।
एके एंटनी कांग्रेस संसदीय समिति के प्रेसिडेंट रहे और पांच बार विधान सभा पहुंचे। इसके साथ ही एके एंटनी तीन बार केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं, जबकि पांच बार राज्यसभा सांसद रहे। महज 37 साल की उम्र में एके एंटनी केरल के मुख्यमंत्री बन गए थे और तीन बार केरल के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।