Indian Forts History in Hindi जानिये देश के 10 सबसे सुंदर किले

Mehrangarh-Fort

मेहरानगढ़ का किला

मेहरानगढ़ का किला राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। यह किला अतीत के मेहरानगढ़ राज्य के सबसे बड़े किलों में से एक है। इसे पथरीली पहाड़ी पर जमीन से 125 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। इस किले का निर्माण राव जोधा ने 14वीं सदी में करवाया था। यह किला राजस्थान में जोधपुर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

इस किले का निर्माण सन 1459 में राव जोधा ने किया था जब उन्होंने अपनी राजधानी स्थानांतरित की थी। गुजरते समय के साथ साथ इसमें जोधपुर के अन्य शासकों ने कई परिवर्तन किए। किले के दूसरे दरवाजे पर आज भी पिछले युद्धों के दौरान बने तोप के गोलों के निशान मौजूद हैं। अंतिम संस्कार स्थल पर आज भी सिंदूर के घोल और चांदी की पतली वरक से बने हथेलियों के निशान पर्यटकों को उन राजकुमारियों और रानियों की याद दिलाते हैं जिन्होंने अपने पतियों के लिए जौहर या आत्मदाह किया था।

यह किला 68 फीट चौड़ा और 117 फीट ऊंचा है जिससे आसपास के मैदानी इलाके को साफ तौर पर देखा जा सकता है। इस किले के सात दरवाजे हैं और इनमें सबसे मशहूर ‘जय पोल’ है। इस दरवाजे का निर्माण महाराजा मानसिंह ने जयपुर और बीकानेर की सेना पर विजय पाने के बाद करवाया था। एक अन्य दरवाजे ‘फतेह पोल’ को महाराजा अजीतसिंह ने मुगलों को पराजित करने के बाद बनवाया था। इसके आगे बरामदे में हथेलियों के निशान हैं जो चिता के स्थान की ओर जाते हैं। बाईं ओर कीरत सिंह सोढा की छतरी है। सोढा की मौत आमेर सेना से किले की रक्षा करते हुए हो गई थी। यह शानदार स्मारक जोधपुर के राठौड़ राजाओं की वीरता और निर्भयता की गवाही देता है।

मेहरानगढ़ किले में लगे आकर्षक बलुआ पत्थर जोधपुर के कारीगरों की शानदार शिल्पकारी को दर्शाते हैं। मेहरानगढ़ किले में भव्य महल भी हैं, जैसे मोती महल। इसमें ‘श्रीनगर चैकी’ नाम का जोधपुर का सिंहासन भी है। फूल महल की छत पर सोने का महीन काम किया हुआ है। इसके अलावा यहां रंग महल और चंदन महल भी हैं। अन्य भवनों में उम्मेद विला जिसमें राजपूत शैली के लघु चित्र, अजीत विला जिसमें संगीत यंत्र और शाही वस्त्र प्रदर्शित हैं तथा मान विला आदि हैं।

वर्तमान में किले में मेहरानगढ़ किला संग्रहालय भी है जिसमें महल के अच्छी तरह से सजाए हुए कमरे और विला हैं, जहां शाही पालकी, लघु चित्र, फर्नीचर और ऐतिहासिक शस्त्रागार आदि हैं।

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