Indian Forts History in Hindi जानिये देश के 10 सबसे सुंदर किले

Chittorgarh-Fort
चित्तौडगढ़ का किला 

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित यह किला 700 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। यह किला भारत के राजपूतों का गौरव है। यहां से कई राजपूत राजाओं ने मुगलों के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी थीं। जमीन से 500 फुट की ऊंची पहाड़ी पर बना यह किला बेराच नदी के किनारे स्थि‍त है। 7वीं सदी से 16वीं सदी तक यह राजपूत वंश का महत्वतपूर्ण गढ़ हुआ करता था।

प्राचीन चित्रकूट दुर्ग या चित्‍तौड़गढ़ किला राजपूत शौर्य के इतिहास में गौरवपूर्ण स्‍थान रखता है। यह किला 152 मीटर ऊंची पहाड़ी पर खड़ा है तथा ऐसा कहा जाता है कि 7वीं शताब्‍दी ई. में मोरी (मौर्य) राजवंश के चित्रांगद द्वारा इसका निर्माण करवाया गया था।

यह कई राजवंशों के शासन का साक्षी रहा है जैसे:-
मोरी या मौर्य (7वीं -8वीं शताब्‍दी ई.)
प्रतिहार (9वीं -10वीं शताब्‍दी ई.)
परमार (10वीं -11वीं शताब्‍दी ई.)
सोलंकी (12वीं शताब्‍दी ई.) और अंत में
गुहिलोत या सिसोदिया वंश।

किले के लम्‍बे इतिहास के दौरान इस पर तीन बार आक्रमण किए गए। पहला- 1303 में अलाऊद्दीन खिलजी द्वारा, दूसरा- 1535 में गुजरात के बहादुर शाह द्वारा तथा तीसरा- 1567-68 में मुगल बादशाह अकबर द्वारा और प्रत्‍येक बार यहां जौहर किया गया। इसकी प्रसिद्ध स्‍मारकीय विरासत की विशेषता इसके विशिष्‍ट मजबूत किले, प्रवेशद्वार, बुर्ज, महल, मंदिर, दुर्ग तथा जलाशय स्वयं बताते हैं जो राजपूत वास्‍तुकला के उत्‍कृष्‍ट नमूने हैं।

इस किले के सात प्रवेश द्वार हैं। प्रथम प्रवेश द्वार पैदल पोल के नाम से जाना जाता है जिसके बाद भैरव पोल, हनुमान पोल, गणेश पोल, जोली पोल, लक्ष्‍मण पोल तथा अंत में राम पोल है जो 1459 में बनवाया गया था। किले की पूर्वी दिशा में स्‍थित प्रवेशद्वार को सूरज पोल कहा जाता है।

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