Shankh in Indian Mythology : शंख भारतीय संस्कृति की बहुत पुरानी पहचान है। शंखो को हमेशा से वाद्य यंत्र के स्वरुप में पेश किया गया है। माना जाता है कि इनका सबसे ज्यादा इस्तेमाल युद्ध को शुरू या समाप्त करने के लिए होता था।
सनातन धर्म यानि की हिन्दू धर्म में शंख का बहुत महत्व है , शंख को देवताओं से जोडा जाता है, हर देवता का कोई ना कोई शंख जरूर होता है जिसका कोई नाम अवश्य होता है। भगवान कृष्ण के शंख का नाम पांचजन्य बताया जाता है जिसे उन्होंने एक राक्षस को मारकर हासिल किया था।
इसी प्रकार महाभारत के युद्ध में भी बहुत से शंखो का वर्णन मिलता है। पर आज हम बात कर रहे हैं शंख के घर में बजाने या रखने के ऊपर। जानिए इसके क्या चमत्कारिक फायदे हैं।
हिन्दू धर्म में शंख को बहुत ही शुभ माना गया है। इसका कारण यह है कि माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों ही अपने हाथों में शंख धारण करते हैं। इसलिए एक आम धारणा है कि, जिस घर में शंख होता है उस घर में सुख-समृद्धि आती है।
पूजा-पाठ में भी शंख बजाने का नियम है। यदि इसके धार्मिक पहलू को दरकिनार भी कर दें तो भी घर में शंख रखने और इसे नियमित तौर पर बजाने के ऐसे कई फायदे हैं, जो सीधे तौर पर हमारी सेहत से जुड़े हैं।
1.शरीर का विकास होता है– माना जाता है कि पूजा-पाठ में शंख बजाने से शरीर और आसपास का वातावरण शुद्घ होता है। सतोगुण में वृद्धि हाेती है जाे कि मनुष्य के विकास में सहायक है।
2.सकारात्मक विचार पैदा होते हैं-कहा जाता है कि जहां तक शंख की आवाज जाती है, इसे सुनकर लोगों के मन में सकारात्मक विचार पैदा होते हैं और वे पूजा-अर्चना के लिए प्रेरित होते हैं।
3.लक्ष्मी का वास-माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु, दोनों ही अपने हाथों में शंख को धारण करते हैं। इसलिए माना जाता है कि शंख को रख्रने से घर में स्थिर लक्ष्मी का निवास होता है।
4.सांस के रोगो में है असरदार– शंख बजाने से फेफड़े का व्यायाम होता है और स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर सांस के रोगी के लिए यह बेहद असरदार माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार शंख बजाने से दमा, लिवर और इन्फ़्लुएन्ज़ा जैसी बीमारियां भी दूर होती हैं।
5,जल के फायदे– शंख में जल रखने और इसे छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है। इसमें कैल्शियम और फॉस्फोरस के गुण मौजूद होते हैं। लिहाजा शंख में रखे पानी के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं।
यह सभी फायदे हमारे स्वास्थ से संबधित हैं इसलिए हमें शंख को अवश्य घर में रखना चाहिए और हो सके तो नित्य उसे बजाना चाहिए। सनातन संस्कृति में हर वस्तु का वैज्ञानिक अर्थ होता है , शंख की परंपरा इसी को आधार में रखते हुए आदिकाल से चली आ रही है।