हर खुशी है लोगो के दामन में,
पर एक हसीं के लिए वक्त नहीं,
दिन रात दौडती दुनियाँ में,
जिन्दगी के लिए ही वक्त नहीं…।।
सारे नाम मोबाईल में हैं,
पर दोस्ती के लिए वक्त नहीं,
गैरों की क्या बात करें,
जब अपनो के लिए ही वक्त नहीं..।।
आँखों में है निंद बडी,
पर सोने का वक्त नहीं,
दिल है गमों मे भरा,
पर रोने का भी वक्त नहीं..।।
पैसों की दौड में ऐसे दौडे,
कि थकने का भी वक्त नहीं,
पराऐ एहसासों की क्या कदर करें,
जब अपने सपनों के लिए ही वक्त नहीं..।।
तु ही बता ऐ जिन्दगी,
इस जिन्दगी का क्या होगा,
क्या हर पल मरने वालों को,
जीने के लिए भी वक्त नहीं..।।