एक आदमी फिल्म देखने जा रहा था। उसने मोटर साइकिल पर बैठे-बैठे ही सिनेमा हॉल के सामने खड़े छगन से एक सवाल पूछा।
आदमी- भाईसाहब, क्या आप बता सकते हैं कि मोटर साइकिल का स्टैंड कहां है?
छगन- भाईसाब,पहले आप अपना नाम बताइए?
आदमी- रमेश।
छगन- आपके माता-पिता क्या करते हैं?
आदमी- क्यों? भाईसाहब मैं लेट हो जाऊंगा और फिल्म शुरू हो जाएगी।
छगन- तो जल्दी बताओ?
आदमी- मेरी मां एक डॉक्टर हैं और पिताजी इंजीनियर हैं। अब बता दीजिए कि मोटरसाइकिल का स्टैंड कहां है?
छगन- आपके नाम कोई जमीन-जायजाद है?
आदमी- हां,गांव में एक खेत मेरे नाम है? प्लीज भाईसाहब, अब बता दीजिए स्टैंड कहां है? मुझे गाड़ी खड़ी करनी है।
छगन- आखिरी सवाल, आप पढ़े-लिखे हो?
आदमी- जी हां, मैं एमबीए कर रहा हूं। अब बताइए जल्दी से।
छगन- भाईसाहब, देखिए आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि इतनी अच्छी है, आपके माता-पिता दोनों उच्च शिक्षित हैं, आप खुद भी इतने पढ़े-
लिखे हैं पर मुझे अफसोस है कि आप इतनी सी बात नहीं जानते कि मोटर साइकिल का स्टैंड उसके नीचे लगा होता है। एक बड़ा और एक
साइड वाला!