इस याददाश्त के क्या कहने!

एक वृद्ध सज्जन अपनी पत्नी के साथ एक मित्र के घर दावत पर गए। भोजन के बाद महिलाएं दूसरे कमरे में चली गईं और दोनों मित्र आपस में बातचीत करने लगे।
वृद्ध सज्जन बोले, ‘कल शाम मैं अपनी पत्नी के साथ एक होटल में डिनर के लिए गया था। वहां का खाना इतना लाजवाब था कि क्या कहूं। तुम भी एक बार वहां जरूर जाना।’
मित्र बोला, ‘हां-हां जरूर जाएंगे। क्या नाम है होटल का?’
वृद्ध सज्जन थोड़ी देर तक याद करने की कोशिश करते रहे, फिर बोले, ‘उस फूल को क्या कहते हैं, जो किसी को प्रेम का इजहार करते समय दिया जाता है और उसके साथ कांटे भी होते हैं?’
मित्र ने जवाब दिया, ‘गुलाब।’
वृद्ध सज्जन बोले, ‘हां वही।’
फिर पत्नी को आवाज देते हुए बोले, ‘अरे गुलाबो, कल शाम हम लोग जिस होटल में खाना खाने गए थे, उसका नाम तो बताना जरा!’

Check Also

थोड़ी सी नोंक-झोंक!

थोड़ी सी नोंक-झोंक! निवेदन है सभी शादी-शुदा पतियों से कि ये सवांद अवश्य पढ़ें और …