थकान और तनाव भरी जीवनशैली अगर आपका स्टैमिना कम कर रही है तो इन तीन आसनों के अभ्यास से आप दिन भर ऊर्जा बरकरार रख सकते हैं।पुरुषों के लिए ये तीन आसन न केवल मसल्स बनाने में मददगार हैं बल्कि तनाव घटाने और शरीर का स्टैमिना बढ़ाने में भी इनकी अहम भूमिका है।इन आसनों की मदद से शरीर लचीला व मजबूत होता है और शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचती है जिससे स्फूर्ति बनी रहती है।इस आसन में शरीर धनुष के आकार में होता है। इसे करने से छाती मजबूत होती है, पाचनतंत्र मजबूत होता है, फेफड़ों में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक तरह से होता है और रक्त संचार ठीक रहता है जिससे शरीर में हर ऊर्जा बनती है। साथ ही, इसके अभ्यास से स्टैमिना भी बढ़ता है। इससे रक्त से टॉक्सिन्स दूर होते हैं जिससे त्वचा साफ होती है और स्वस्थ रहती है।
इसे करने के लिए सबसे पहले चटाई पर पेट के बल लेट जाएं। ठुड्डी ज़मीन पर रखें। पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हाथों से पैरों के पंजे पकड़ें।फिर सांस भर लीजिए और बाजू सीधे रखते हुए सिर, कंधे, छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। इस स्थिति में सांस सामान्य रखें और चार-पाँच सेकेंड के बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पहले छाती, कंधे और ठुड्डी को जमीन की ओर लाएं।पंजों को छोड़ दें और कुछ देर विश्राम करें। इस प्रक्रिया को कम से कम तीन बार दोहराएं।
भुजंगासन के नियमित अब्यास से कंधे, बाजू और शरीर का ऊपरी हिस्सा मजबूत होता है। मसल्स बनाना चाहते हैं तो इसका अभ्यास आपके लिए फायदेमंद है। यह शरीर को सुगठित करने और स्टैमिना बढ़ाने में मददगार है। हां, हर्निया व अल्सर के रोगी इस आसन को न करें।पेट के बल सीधा लेट जाएं और दोनों हाथों को माथे के नीचे टिकाएं।दोनों पैरों के पंजों को साथ रखें।अब माथे को सामने की ओर उठाएं और दोनों बाजुओं को कंधों के समानांतर रखें जिससे शरीर का भार बाजुओं पर पड़े।अब शरीर के अग्रभाग को बाजुओं के सहारे उठाएं।शरीर को स्ट्रेच करें और लंबी सांस लें।कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहने के बाद वापस पेट के बल लेट जाएं।
इस आसन की मदद से शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है जिससे जोश बना रहता है। यह पाचनतंत्र ठीक रखता है और शरीर को लचीला बनाता है। पेट में जमा फैट कम करने के लिए यह सबसे उपयोगी आसन है।इसे करने के लिए सीधा बैठ कर दोनों पैरों को सामने की ओर सटाकर सीधा फैलाएं।दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और कमर को बिल्कुल सीधा रखें।फिर झुककर दोनों हाथों से पैरों के दोनों अंगूठे पकड़ने की कोशिश करें।ध्यान रहे इस दौरान आपके घुटने न मुड़ें और यह ध्यान रखें कि आपके पैर जमीन से ऊपर न उठें।