How to Prevent Chikungunya Fever :- चिकनगुनिया एक वायरस है जो,जो की एडिस मक्छर के कटाने से होता है.यह एक ऐसा रोग है जिससे इंसान अगर एक बार ग्रसित हो जाए तो जल्दी ठीक नहीं होता,इस बीमारी में कोई भी व्यक्ति कम से कम 3-4 महीनों के लिए बुखार में रहता है.अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो यह एक ऐसी बीमारी है जो जल्दी पीछा नहीं छोड़ती.
आखिर क्या हैं चिकनगुनिया के लक्षण :-
1. चिकनगुनिया के बुखार में इंसान के जोड़ो में हमेशा बहुत तेज दर्द रहता है
2.खांसी जुकाम के साथ ही सिर और आंखों में दर्द रहना
3.नींद ना आना
4.भूख ना लगना,शरीर में थकान रहना
5.हाथों पैरों पे लाल रंग के चकते पड़ जाते हैं
6.बुखार का एक दम बहुत तेज़ होना
7.कभी-कभी ये बुखार 6 महीने तक नहीं जाता
बीमारी से बचने के उपाय :-
1.चिकनगुनिया से बचाव के लिए सबसे जरुरी चीज़ है आस-पास सफाई रखना
2.इसके लिए कोई विशेष टिका नहीं है
3.घर में गंदा पानी ना जमा होने दें
4.चिकनगुनिया के लक्षण लगने पर तुरंत डॉक्टर से मिले
5.हाथ-पैरों में ODOMOS लगा कर रखें
6.सोते वक़्त मछरदानी का इस्तेमाल करें
चिकनगुनिया से बचने के घरेलू नुस्ख़े :-
1.अंगूर:- बीजरहित अंगूर को गाय के गुनगुने दूध के साथ लेने पर चिकुनगुनिया के वायरस मरते हैंl
2.लौंग:- दर्द वाले जोड़ों पर लहसुन को पीसकर उसमें लौंग का तेल मिलाकर, कपड़े की सहायता से जोड़ों पर बांध दें, इससे भी चिकुनगुनिया के मरीजों को जोड़ों के दर्द से आराम मिलेगा, और शरीर का तापमान भी ठीक रहेगाl
3.पपीते की पत्ती:- बुखार में शरीर के प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं, जिन्हें पपीते की पत्तियां तेजी से बढ़ाती हैं। मात्र तीन घंटे में पपीते की पत्तियां शरीर में रक्त के प्लेटलेट्स को बढ़ा देती हैं। पपीते की पत्तियों से डंठल को अलग करें और केवल पत्ती को पीसकर उसका जूस निकाल लें। दो चम्मच जूस दिन में तीन बार लें।जिससे चिकनगुनिया के रोग में काफी आराम मिलेगा l
4.तुलसी और अजवायन:- तुलसी और अजवायन भी चिकुनगुनिया के उपचार के लिए बेहद अच्छी घरेलू औषधि हैं। उपचार के लिए अजवायन, किशमिश, तुलसी और नीम की सूखी पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में उबाल लें। इस पेय को बिना छानें दिन में तीन बार पीएं।