HOMEMADE REMEDIES FOR MALFUNCTION OF BLOOD । खून की खराबी के घरेलू उपचार के बारे में जानिए

HOMEMADE REMEDIES FOR MALFUNCTION OF BLOOD :- खून की खराबी अर्थात् रक्त विकार एक घातक रोग है| यदि समय रहते इसका उपचार न किया जाए तो कष्टदायी चर्म रोग घेर लेते हैं| इनसे व्यक्ति के मन में हीन भावना उत्पन्न हो जाती है| इस रोग में छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले मिर्च, चाय, अचार, तेल, खटाई आदि का प्रयोग बंद कर देना चाहिए, तभी कोई उपचार कारगर सिद्ध होता है|

खून की खराबी का कारण :- समय में भोजन न करने, मिर्च-मसालों का अधिक प्रयोग, प्रकृति के विरुद्ध भोजन जैसे-मछली-दूध, केला-करेला, दही-नीबू, दही-शहद, शहद-नीबू आदि का सेवन, नाड़ी की दुर्बलता, कब्ज, अजीर्ण आदि कारणों से खून में खराबी पैदा हो जाती है|

खून की खराबी की पहचान :- खून खराब होने पर तरह-तरह के चर्म रोग हो जाते हैं| त्वचा के ददोरे, फोड़े-फुन्सी, दाद-खाज, खुजली आदि अनेक रोग बन जाते हैं| त्वचा में खुजली होती है| चकत्ते पड़ जाते हैं| खून नीला-सा दिखाई देने लगता है| पेट साफ नहीं रहता| खांसी एवं वायु रोग का प्रकोप हो जाता है|

खून की खराबी के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं :- पानी और हरड़ :- रात को गरम पानी के साथ दो हरड़ का चूर्ण लें|

त्रिफला और पानी :- दिन में दो बार एक-एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी से लें|

नीम, उसवा, शहद और कुटकी :- नीम की छाल, उसवा और कुटकी – इन तीनों का चूर्ण 3-3 ग्राम दिन में दो बार शहद के साथ चाटें|

चोपचीनी, मंजीठ, दूध और गिलोय :- चोपचीनी, मंजीठ और गिलोय का चूर्ण 3-3 ग्राम फांककर ऊपर से एक गिलास दूध पी लें|

सौंफ, गावजबां, गुलाब, मुलहठी, पानी और मिश्री :- सौंफ, गावजबां, गुलाब के फूल तथा मुलहठी – सब 5-5 ग्राम की मात्रा में लेकर दो कप पानी डालकर आग पर रख दें| जब पानी जलकर आधा रह जाए तो छानकर उसमें मिश्री मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें| इससे पेट साफ हो जाएगा और साफ खून बनने की क्रिया शुरू हो जाएगी|

लौकी :- लौकी की सब्जी बगैर नमक के उबली हुई खाने से भी खून की खराबी दूर होती है|

गुलकंद और दूध :- 10 ग्राम गुलकंद का सेवन दूध के साथ करें|

नीम और कपूर :- नीम की छाल को पानी में घिस लें| फिर उसमें कपूर मिलाकर शरीर के रोगग्रस्त भाग पर लगाएं|

गोमूत्र :- शरीर पर गोमूत्र मलकर थोड़ी देर तक यों ही बैठे रहें| फिर स्नान कर लें| गोमूत्र त्वचा रोगों के लिए बहुत लाभकारी है|

सरसों और लाल मिर्च :- खून की खराबी दूर करने के लिए सरसों के तेल में लाल मिर्च को पीसकर डालें| फिर यथास्थान लगाएं|

अंजीर और घी :- अंजीर के पत्तों को पीसकर घी में मिला लें| स्नान से पूर्व शरीर पर इसकी मालिश करें|

फिटकिरी :- चर्म रोग वाले स्थान को दिन में तीन-चार बार फिटकिरी के पानी से धोना चाहिए|

पपीता :- कच्चे पपीते का रस दो चम्मच सुबह के समय सेवन करें|

करेला :- करेले का रस एक-एक चम्मच सुबह-शाम सेवन करें|

मूंगफली :- शरीर पर मूंगफली के तेल की मालिश करें|

लहसुन और पानी :- पानी में लहसुन का रस दो चम्मच की मात्रा में मिलाकर पिएं|

गोबर :- गोबर को निचोड़कर उसके पानी से शरीर की मालिश करें|

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