HOMEMADE REMEDIES FOR LIP EJACULATION :- फटे, सूखे या पीड़ादायक होंठ ठंड के मौसम में सामान्य हैं। लंबे समय से फटे होंठ एक गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं, लेकिन फटे होंठ आमतौर पर घरेलू उपचार के उपयोग से ठीक किये जा सकते हैं। होंठ प्राय: पेट की गरमी से जाड़े की ऋतु में फटते हैं| लेकिन कभी-कभी अत्यधिक गरमी में लू के कारण होंठ शुष्क होने पर भी फट जाते हैं| होंठ फटने पर उन्हें नाखून से नहीं नोचना चाहिए| इससे विषक्रमण होने का भय रहता है|
होंठ फटने का कारण :- जब गलत खान-पान के कारण पेट में गरमी बढ़ जाती है तो होंठ फटने लगते हैं| ऐसे खान-पान में अधिक मिर्च-मसाले एवं चटपटे पदार्थ होते हैं| इसके अलावा सर्दी के दिनों में भी होंठ फटते हैं जिनका एकमात्र कारण उदर में अत्यधिक गरमी और बाहरी वातावरण की शीत होती है|
होंठ फटने की पहचान :- होंठ फट जाते हैं| उन पर पपड़ियां-सी जम जाती हैं| होंठ लाल-सुर्ख हो जाते हैं, जिन्हें छूने से भी पीड़ा होने लगती है|
होंठ फटने के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं :- तेल :- नाभि में तेल लगाने से होंठ नहीं फटते| पेट साफ रखने से होंठ नहीं फटते|
मक्खन और नमक :- मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगाने से फटे होंठ बड़ी जल्दी ठीक हो जाते हैं|
घी :- घी को नाभि में अथवा होंठो पर लगाने से होंठ फटने बंद हो जाते हैं|
तरबूज और पानी :- तरबूज की मींगों को पानी में पीसकर होंठ और जीभ पर लगाने से उनका फटना बंद हो जाता है|
खीरा :- खीरे के एक टुकड़े को कुचलकर निचोड़ लें| इस रस को होंठों पर लगाने से होंठों का फटना दूर हो जाता है|
नमक और घी :-पिसा हुआ नमक लौनी घी में मिलाकर होंठों पर मलने से होंठों का फटना बन्द हो जाता है|