HOMEMADE REMEDIES FOR ACNE :- युवा अवस्था में लड़का हो या लड़की दोनों को ही कील मुहांसों की समस्या रहती है. आमतौर पर यह समस्या गर्मियों के दिनों में अधिक देखी जाती है और कील मुहांसों को हटाने के लिए महंगे इलाज कराए जाते हैं और ना जाने कैसी-कैसी क्रीम का प्रयोग किया जाता है, लेकिन फिर भी कील-मुंहासे पीछा नहीं छोड़ते. युवावस्था में जब शरीर में खून की गरमी पैदा हो जाती है तो वायु और कफ उस गरमी को शरीर से बाहर नहीं निकलने देते|
उस दशा में त्वचा में गांठें या फुंसियां निकल आती हैं जो मुंहासे कहलाते हैं| ये उन लोगो को ज्यादा निकलते हैं जो गरम मसाले, मिर्च, तेल, खटाई एवं अम्लीय पदार्थ अधिक खाते हैं| आज की पोस्ट में हम कील मुहांसों को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे, जिनका प्रयोग कर कील मुहांसों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
मुंहासे का कारण :- मुंहासे युवावस्था में युवक और युवतियों दोनों को समान रूप से निकलते हैं| ये वसा ग्रंथियों में विकार के फलस्वरूप उत्पन्न होते हैं| युवतियों में डिम्ब के अन्त:स्त्राव के विकार, भोजन की खराबी, अधिक व्यायाम, वसा वाले पदार्थों का अधिक सेवन, युवकों द्वारा हस्तमैथुन करना आदि कारणों से चेहरे पर छोटी-छोटी फुंसियां अर्थात् मुंहासे निकल आते हैं|
मुंहासे की पहचान :- युवक-युवतियों के चेहरे पर फुंसियां निकलने के कुछ दिनों बाद वे कठोर पड़ जाती हैं तथा उनमें कील और पीव पड़ जाती है| छोटे-छोटे मुंहासे कुछ दिनों के बाद अपने आप सुख जाते हैं| लेकिन बड़े मुंहासों में कील बन जाती है जो पक जाने पर दबाकर निकाली जा सकती है| मुंहासों के कारण चेहरा भद्दा -सा दिखाई देता है| वैसे मुंहासों से कोई शारीरिक हानि नहीं होती, लेकिन ये चेहरे के सौन्दर्य को फीका कर देते हैं| इसी कारण युवक/ युवतियां इनका शान्त करने का इलाज करते हैं|
मुंहासे के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं :- मुलतानी और हल्दी :- मुलतानी मिटटी को भिगोकर उसमें थोड़ी-सी पिसी हुई हल्दी और जौ का आता मिला लें| अब इस फेक पैक को स्नान से पहले मुंह पर लगाएं|
तुलसी और शहद :- तुलसी के पत्तों का रस शहद में मिलाकर मुंह तथा हाथ-पैरों पर लगाएं|
अजवायन, दही, पानी और मट्ठे :- थोड़ी-सी अजवायन को दही या मट्ठे में मिलाकर चेहरे पर लेप करें| थोड़ी देर बाद उसे गुनगुने पानी से धो डालें|
आम, जामुन और बेर :- आम, जामुन और बेर की गुठलियों को मींगियां पीसकर बेसन में मिलाकर चेहरे और शरीर पर मलें|
बरगद, नीम और दही :- बड़ या बरगद के पत्तों को पानी में पीसकर दही में मिला लें| फिर इस पेस्ट को चेहरे तथा हाथ-पैरों पर लगाएं| नीम की निबौलियों को गूदा मुंह पर लगाएं|
दही :- दही में चोकर मिलाकर चेहरे पर लगाएं|
पान और पानी :- पान की जड़ को पानी में पीसकर लगाने से मुंहासे दोबारा नहीं निकलते|
दही और मूली :- दही में मूली का रस मिलाकर मुंहासों पर लगाने से वे सुख जाते हैं|
खीरा :- खीरे का रस चेहरे पर मलें| इससे मुंहासे और झाइयां दूर होती हैं|
प्याज और शहद :- प्याज का रस शहद में मिलाकर मुंहासों पर लगाएं|
नीबू, मलाई और मक्खन :- नीबू के रस में मलाई या मक्खन मिलाकर मुंहासों पर लगाना चाहिए|
बेसन, गाजर, हल्दी और टमाटर :- बेसन में पिसी हुई हल्दी, गाजर और टमाटर का रस मिलाकर चेहरे पर लगाना चाहिए|
नीम और पानी :- नीम के पेड़ छाल को पानी में घिस लें| फिर मुंहासों पर लगाएं|
मुहांसों से बचने के उपाय :- मुंहासों से बचने के कुछ प्रमुख उपाय निम्नवत् हैं – तेल, खटाई, इमली, अधिक मात्रा में घी, चाय, बर्फ, कॉफी, गरम मसाले, शराब, बीड़ी-सिगरेट आदि का सेवन बन्द कर देना चाहिए|प्रतिदिन शरीर में तिली या सरसों के तेल की मालिश करके ही स्नान करना चाहिए|
अश्लील साहित्य न पढ़ें| क्रोध, ईर्ष्या, जलन, द्वेष, मोह, लोभ आदि विकारों से अपने को बचाना चाहिए|नियमित रूप से पौष्टिक, रुचिकर, सात्विक तथा पाचन भोजन ग्रहण करना चाहिए|रात को सोने से पहले अधिक दूध का सेवन न करें| उसकी जगह मौसमी फलों का प्रयोग करें|