Eye Infection Home Remedies : सेब का सिरका एक भूरा तरल होता है जो सेबों में खमीर उठने से बनता है। सेब के सिरके में साइनोसाइटिस, बुखार और जुकाम जैसे रोगों और संक्रमणों के उपचार की क्षमता होने के कारण इसका उपयोग हजारों साल से किया जाता रहा है। सेब के सिरके को रोज पीने से पाचन बेहतर होता है और अवसाद, थकावट, गठिया, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्राल जैसी गम्भीर बीमारियों से भी निजात पाया जा सकता है। सेब के सिरके का उपयोग हजारों वर्षों से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के उपचार के लिये किया जाता रहा है।
आधुनिक चिकित्सा के जनक हिप्पोक्रेट्स ने 400 ईसा पूर्व ही ठंड और जुकाम के उपचार हेतु शहद के साथ सेब के रस वाले सिरके के सेवन की सलाह दी थी। तभी से दर्द सहित कई बीमारियों के इलाज हेतु सेब के सिरके का उपयोग जारी है। सेब के सिरके को रोम के लोगों और जापानी सैमुराई लड़ाकों द्वारा स्वास्थ्य, शक्ति और तेजी के लिये उपयोग किया जाता है। तो आइये जानते हैं सेब के सिरके में क्या क्या गुण छुपे हुए हैं।
जैसे-जैसे मौसम बदलता है आंखों के कई तरह के इंफेक्शन परेशान करने लगते हैं जिसमें कंजेक्टिवाइटिस, कैराटाइटिस मुख्य है। लेकिन कुछ ऐसे आसान घरेलू उपाय है जिससे शुरुआत में इनके प्रयोग से तकलीफ को कम किया जा सकता है। बोरिक ऐसिड के इस्तेमाल से आंखों के सूखेपन, लाली, जलन और लगातार आंसू गिरने को कम करता है। एक कप साफ पानी में 3.54 ग्राम बोरिक एसिड को मिलाकर इस पानी को उबाले। इसे ठंडा करके आंखों को सफाई करें। सेब के सिरके का प्रयोग आंखों को साफ करने में किया जा सकता है। ये आंखों से गंदगी की सफाई करने में काम आता है।
छोटे बच्चों की आंखे अगर लाल हो गई हो तो उसके लिए मां के दूध की कुछ बूंदे आंखों में डालें। एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोए और अच्छे से निचोड़ लें और उसके बाद आंखों पर तब तक रखें जब तक कपड़ा ठंडा ना हो जाए। कपड़े से मिलने वाली गर्मी से आंखों की सूजन और जलन को कम कर सकते हैं। ऐसा दिन में कई बार करें, आराम मिलेगा। आंखों में जमने वाला कीचड़ कई सारे इंफेक्शन्स का कारण होता है। ऐसे में जरुरी है कि आंखों की नियमित सफाई की जाए। ताकि इंफेक्शन और ज्यादा ना फैले।
घर में सालिन का घोल बनाना चाहिए और उससे आंखो की सफाई करनी चाहिए। एक चम्मच नमक को एक कप पानी में देर तक उबालें और ठंडा होने दें। इसके बाद इस पानी से आंखों को साफ करें। शहद एक अच्छा एंटीबैक्टिरियल है। ये आंखों के खतरनाक बैक्टिरिया को खत्म करता है। साफ किए पानी और शहद की बराबर मात्रा को मिलाएं। इस घोल को रुई के फाहे से प्रभावित आंख पर दिन में 2 से 3 बार लगाएं, जब तक आंख ठीक ना हो जाए।
वैसे साफ और प्योर शहद को सीधे आंखों पर भी लगाया जा सकता है। ये आंसूओं के जरिए आंखों को साफ कर देती है। ग्रीन टी में टैनिक ऐसिड पाया जाता है जो इंफेक्शन को दूर रखता है। ये जलन कर रही आंखों को भी आराम मिलेगा। ग्रीन टी के दो बैग को गर्म पानी में कुछ सेकेंड्स के लिए भिगाए। इसके बाद टी बैग और टी दोनो का फ्रिज में रख दें ठंडा होने के लिए। ठंडा होने पर सबसे पहले पानी से आंखो को साफ करें और टी बैग को आंखों पर 10 से 15 मिनट तक रखें। इसे दिन में 2 से 3 बार ये काम करें जब तक आंखें पूरी तरह से ठीक ना हो जाएं।