कहते हैं कि अति हमेशा खराब होती है और कॉफी के बारे में तो यह बात सोलह आने सच साबित हुई है। अक्सर ये खबरें आती रहती हैं कि कॉफी से कैंसर को भगाने में मदद मिलती है या फिर इसके उलट कॉफी हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह होता है।मगर, आज दुनिया के तमाम शोध से यह बात सामने आ चुकी है कि अगर कॉफी को संतुलित मात्रा में और सही तरीके से लिया जाए तो यह हमेशा फायदेमंद होती है। बशर्ते कि इसे सिर्फ कॉफी के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाए।
होता यह है कि अक्सर लोग कॉफी में ज्यादा मात्रा में चीनी और दूध मिला लेते हैं या फिर क्रीमी कॉफी पीते हैं, जो शायद उनकी सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। इससे शरीर में कॉर्बोहाइड्रेट और फैट की मात्रा बढ़ जाता है, जिसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है।कुल मिलाकर अगर आप हल्की या बगैर चीनी के रोजाना तीन से चार कप ब्लैक कॉफी पीते हैं तो यह आपकी सेहत को दुरुस्त रखेगी। इस पर दुनिया भर के वैज्ञानिकों की आम राय है।
अब अगर बात दिल की बीमारियों के संबंध में की जाए तो कई शोध में यह कहा गया है कि अगर दिनभर में दो से तीन कप ही कॉफी यानी थोड़ी मात्रा में ही ली जाए जाय तो इससे दिल का दौरा पड़ने या फिर दिल से जुड़ी बाकी बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाता है।
वहीं जो लोग दिनभर में तीन-चार कप से ज्यादा कॉफी पीते हैं तो उनमें ऐसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। 12 लाख 70 हजार लोगों पर किए गए 36 शोधों में ये बातें सामने आई हैं।मिथ: कॉफी पीने से बच्चों की विकास रुक जाता है। जबकि हकीकत में शोधों में इस बात को खारिज किया जा चुका है कि कॉफी की वजह से बच्चों का वजन या लंबाई नहीं बढ़ती है।
मिथ: रोजाना कॉफी पीने से सेहत खराब होती है। जबकि इसके उलट हर दिन कॉफी पीना आपको तरोताजा रखने में मदद देता है और आपकी सेहत भी अच्छी रहती है।
डायबिटीज का खतरा कम
2014 में 11 लाख लोगों पर हुए 28 शोधों से यह बात सामने आई है कि रोजाना सीमित मात्रा में कॉफी पीने वाले लोगों में टाइप टू डायबिटीज का खतरा काफी कम हो जाता है।वहीं, 11 शोधों में 480,000 लोगों पर किए गए शोध में कहा गया कि अगर रोजाना दो से चार कप कॉफी पी जाए तो ऐसे लोगों में स्ट्रोक का खतरा काफी कम हो जाता है। जबकि जो लोग बिल्कुल भी कॉफी नहीं पीते, उनमें यह खतरा बरकरार रहता है।
यह शोध किया गया है। लिवर कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है। स्तन कैंसर और फेफड़ों के कैंसर में थोड़ी मात्रा में कॉफी पीना मददगार साबित हो सकता है।कई शोध में तो यह पाया गया कि फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित जो लोग थोड़ी मात्रा में कॉफी पीते रहे हैं उनके फेफड़ों के खराब होने की दर में गिरावट देखी गई। पार्किंसन और अल्जाइमर की बीमारियों में भी कॉफी काफी फायदेमंद पाई गई। का खतरा कम हो जाता है।