What are the Symptoms of Glaucoma? : आखें शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और इनकी देखभाल करनी बेहद जरूरी है। आंखों की सेहत भी उतनी ही जरूरी है जितनी शरीर की सेहत की। मोतिया बिन्द आंखों के लिए एक खतरनाक रोग है। समय रहते इलाज न होने से आंखे जा भी सकती है। आइये जानते हैं मोतिया बिन्द के बारे में। जब आंखों की पुतलियों पर नीले रंग का पानी से जमा होने लगता है।
और धीरे-धीरे आखों की पुतलियों को ढ़कने लगता है। इससे व्यक्ति की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगती है। और बाद में पूरी तरह से आंखों की रोशनी चली जाती है। 40 साल की उम्र के बाद मोतिया बिन्द के लक्षण अधिक होते हैं। समय रहते इलाज हो जाने से यह पूरी तरह से ठीक हो सकता है। और आपकी आंखे बची रह सकती है।
मोतियाबिंद के कारण :-
आँख में लगी चोट भी असमय मोतियाबिंद का कारण बन सकती हैं।
लम्बे समय तक शराब और धूम्रपान करने से मोतियाबिंद होने का खतरा रहता हैं
जन्म से ही आंखों में सूजन का रहना।
कनीका में जख्म हो जाना।
आखों के परदे का किसी वजह से अलग हो जाना।
अधिक तेज रोशनी में काम करना।
मोतियाबिंद के लक्षण :-
रात में अथवा कम रोशनी में दृष्टि में कमी होना
रात में रंग मलिन दिखाई दे सकते हैं या रात की दृष्टि कमजोर हो सकती है
मोतियाबिंद में इंसान को हर चीज काली, पीली, लाल और हरी नजर आने लगती हैं।
आँखों में अचानक से रह रह कर चुभन होना आदि ।
मोतियाबिंद से बचने का उपाय / How to save eyes from Cataract :-
आंवला :- आंवला में vitamin-C पाया जाता है जो की हमारे eye के लिए बहुत हीं beneficial होता है । अतः हर रोज 2-3 आंवले का सेवन जरुर से करे ये आपको मोतियाबिंद से बचने के साथ साथ आपके आँखों की रौशनी को भी बढ़ाएगा । अगर आपको कच्चा आंवला खाना पसंद नहीं है तो अप उसे उबाल कर भी खा सकते है नहीं तो आप आंवला से बना मुरब्बा भी खा सकते है ।
अंगूर :- अंगूर में मौजूद anti oxidant हमारे eye के लिए बहुत हीं beneficial होता है । अंगूर मोतियाबिंद जैसे बिमारियों से बचाता है इसलिए हर रोज ताजे अंगूर का सेवन करना चाहिए ।
बादाम :- बादाम में मौजूद कारोटेनाइड्स आँखों को मोतियाबिंद से बचाता है अतः हर रोज 4 से 5 बादाम को पानी में फुला कर खाना चाहिए ।
गाजर :- गाजर में भी vitamin-c होता है जो की आँखों के लिए beneficial होता है इसलिए हर रोज ताजे गाजर का जूस पीना चाहिए इससे आप मोतियाबिंद से बचे रहेंगे साथ हीं आपके आँखों की रौशनी भी बढ़ेगी ।
कद्दू :- इसके फूल का रस निकालें और दो बार दिन में आंखों में डालते रहें।
सलाद :- मोतियबिंद के रोगियों को अपने खाने में सलाद अधिक से अधिक करना चाहिए। ये नेत्र रोगों को दूर करता है।
योग :- आप उपर दिए गए उपायों को अपनाने के साथ-साथ योग की कुछ क्रियाओं को भी जरूर करें। शीर्षासन, पद्मासन और आंखों के व्यायाम आदि।