Health Benefits of Cow Urine । क्या होता है गाय के मूत्र का महत्व जानिए

Cow-Urine

Health Benefits of Cow Urine : सनातन धर्म में गाय का विशेष महत्व है, गाय को 33 कोटि देवताओं की माँ भी कहा जाता है। स्वंय भगवान कृष्ण ने गोपालक का रूप रखकर ही अपनी बाल लीलांए की थीं। भगवान ने गाय को बहुत महत्व दिया है। प्राचीन ग्रंथों में गाय को कामधेनु के नाम से जाना जाता था। पुराण के अनुसार माना जाता है गाय की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी। विज्ञान की दृष्टि से भी गाय बहुत महत्वपुर्ण है गाय का दुध हो या गौबर सभी को काम में लाया जाता है।

इसी कड़ी में हम आज आपको गाय के मूत्र के महत्व के बारे में बतायेंगे।पुराने समय में हर रोज घर में गोमूत्र का छिड़काव किया जाता था। ऐसा करने पर घर का वातावरण शुभ और पवित्र बना रहता है। आज भी इस परंपरा का पालन कई लोग करते हैं।यहां जानिए गोमूत्र छिड़कने से कौन- कौन से लाभ प्राप्त होते हैं… दूर होता है वास्तु दोष यदि हम नियमित रूप से गोमूत्र का छिड़काव करते हैं तो घर के वास्तु दोष कम हो सकते हैं। वास्तु दोष के कारण आ रही परेशानियां कम हो सकती हैं।

यदि घर के आसपास कोई नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय होगी तो वह भी निष्क्रिय हो सकती है।इससे सभी प्रकार के  हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु नष्ट होते हैं। गोमूत्र की गंध तेज होती है। इसमें एसिड की मात्रा अधिक होती है।  घर के वातावरण में मौजूद बैक्टिरिया इस गंध और एसिड के प्रभाव से खत्म हो जाते हैं।इससे परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक रहता है। दूर होते हैं कई रोग आयुर्वेद में गोमूत्र का नियमित सेवन करने की सलाह दी जाती है।

इससे कई बीमारियां खत्म हो सकती है। जो लोग नियमित रूप से थोड़े से गोमूत्र का भी सेवन करते हैं, उनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है। मौसम परिवर्तन के समय होने वाली कई बीमारियां दूर ही रहती हैं। शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है।घर में गोमूत्र छिड़कने से मिलती है लक्ष्मी कृपा जिस घर में प्रतिदिन गोमूत्र का छिड़का जाता है, वहां देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है। जिससे घर में धन- धान्य की कमी नहीं आती है।

गाय की सेवा से प्रसन्न होते हैं देवी-देवता,  गाय को पवित्र और पूजनीय माना गया है। ऐसी मान्यता है कि गाय के शरीर में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस कारणकभी भी गाय का अनादर नहीं करना चाहिए। जो लोग गाय की सेवा करते हैं, उन्हें सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और पुण्य की बढ़ोतरी होती है।

पुराने समय में तो अधिकांश लोग अपने-अपने घर में ही गाय को पालते थे लेकिन अब ऐसा संभव नहीं है। जिन लोगों के यहां गाय नहीं है, वे नियमित रूप से किसी गौशाला में हरी घास का दान कर सकते हैं या अपनी इच्छा के अनुसार धन का दान कर सकते हैं। गौसेवा का महत्व इस बात से भी प्रकट होता है कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने भी गौमाता की सेवा की थी।

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