अंत में कुछ खास ध्वनियां…
चिमटा :
लगभग एक मीटर लंबे लोहे के चिमटे की दोनों भुजाओं पर पीतल के छोटे-छोटे चक्के कुछ ढीलेपन के साथ लगाकर इस यंत्र का निर्माण किया जाता। इसे हिलाकर या हाथ पर मारकर बजाया जाता है। अधिकतर इसका उपयोग नाथ साधु करते हैं।
अंत में कुछ खास ध्वनियां…
चिमटा :
लगभग एक मीटर लंबे लोहे के चिमटे की दोनों भुजाओं पर पीतल के छोटे-छोटे चक्के कुछ ढीलेपन के साथ लगाकर इस यंत्र का निर्माण किया जाता। इसे हिलाकर या हाथ पर मारकर बजाया जाता है। अधिकतर इसका उपयोग नाथ साधु करते हैं।
Tags Sacred Sound करतल कर्नाटक संगीत घाटम चिमटा डमरू ढोल तबला तुनतुना दोतार नगाड़ा पवित्र 10 ध्वनियां पवित्र ध्वनियां पुंगी पुंगी या बीन बांसुरी बीन मंजीरा मंदिर की घंटी मृदंग वाद्य यंत्र वीणा शंख संगीत का विज्ञान सामवेद हिन्दुस्तानी संगीत
10 सितम्बर से शुरू होने वाले पितृपक्ष एकादशी की समाप्ति के साथ ही अब अपने …