पुंगी या बीन :
यह वाद्य यंत्र भी भारत में प्राचीनकाल से ही प्रचलित है। अक्सर यह सपेरों के पास देखा जाता है। हालांकि इसके और भी काम होते हैं लेकिन सपेरों के पास देखे जाने के कारण यह मान्यता प्रचलित हो गई कि इसे सांप को पकड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
यह आमतौर पर बांस की दो पतली छड़ों का बना होता है जिसमें से एक का काम होता है धुन पैदा करना वहीं दूसरी नली ताल निकालने में काम आती है। बांस की दोनों ही नलियां एक बड़े खोखले टुकड़े से जुड़ी होती हैं, जो कई बार नारियल के खोल से भी बनता है। फूंक मारकर बजाने पर बांस की नलियों में कंपन होता है जिससे एक पतली आवाज निकलती है।