‘जी जिंदगी’ चैनल पर प्रसारित हो रहे हिंदी कार्यक्रम ‘वक्त ने किया क्या हसीं सितम’ ने ‘इन्फ़र्मेशन ऐंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री’ और ब्रॉडकास्ट रीड्रेसल अथॉरिटी ‘ब्रॉडकास्ट कॉन्टेंट कंप्लेंट काउंसिल’ (BCCC) का ध्यान अपनी ओर खींचा है। दरअसल, कुछ दर्शकों ने शिकायत की है कि इस कार्यक्रम का कॉन्टेंट भड़काऊ है और यह विभाजन में पाकिस्तान की कथा को बढ़ावा दे रहा है।
BCCC के मुखिया जस्टिस मुकुल मुद्गल ने जिंदगी चैनल को एक नोटिस जारी किया है और 22 मई को चैनल के अधिकारियों को सुनवाई के लिए समन भेजा है। हालांकि जी के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें अब तक इस तरह का कोई नोटिस नहीं मिला है।
यह सीरियल लेखिका रजिया बट्ट की किताब ‘बानो’ पर आधारित विभाजन की पृष्ठभूमि में गढ़ी गई एक प्रेम कहानी है। इस कार्यक्रम में फवाद खान और सनम बालूच मुख्य भूमिका में हैं। दर्शकों की शिकायत का मुख्य कारण यह है कि इस कार्यक्रम में विभाजन की कहानी को सिर्फ पाकिस्तान के नजरिए से दिखाया गया है और भारत को विलन की तरह पेश किया गया है।
यह कहानी एक मुस्लिम लड़की की है जिसका एक सिख लड़के द्वारा अपहरण कर लिया जाता है जो उसका बार-बार बलात्कार करता है। वह बानो को सिख धर्म अपनाने और शादी के बिना ही बच्चा पैदा करने के लिए दबाव बनाता है।
गौरतलब है कि यह कार्यक्रम अपने 23 एपिसोड पूरे कर चुका है। चैनल के अधकारियों ने कहा कि यह कार्यक्रम पाकिस्तान में ‘दास्तान’ नाम से प्रसारित किया गया था जिसे भारत में टेलिकास्ट करते समय जरूरी फेरबदल किए गए थे।