रेटिंग : 2.5/5
स्टार कास्ट : शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा, अरु कृष्णांश वर्मा, चंदन रॉय, एवलिन शर्मा
डायरेक्टर : इम्तियाज अली
म्यूजिक : प्रीतम, डिप्लो, हितेश सोनिक(बैकग्राउंड)
प्रोड्यूसर : गौरी खान
जॉनर : रोमांटिक कॉमेडी
टूरिस्ट गाइड हैरी और गुजराती लड़की सेजल की लव स्टोरी है जब हैरी मेट सेजल।डायरेक्टर इम्तियाज अली की फिल्म जब हैरी मेट सेजल सिनेमा हॉल में रिलीज हो गई है। वैसे तो इम्तियाज डिफरेंट फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
यह कहानी टूरिस्ट गाइड हैरी यानि शाहरुख खान और एक गुजराती लड़की सेजल (अनुष्का शर्मा) की है। कहानी की शुरुआत यूरोप से होती है जहां सेजल अपने फियोन्से से इंगेजमेंट करती है। जब इस कपल को वापस इंडिया लौटना होता है तो सेजल की सगाई वाली रिंग खो जाती है।
ऐसे में सेजल उसे ढूंढने के लिए यहीं रुक जाती है और अपनी मदद के लिए हैरी (जिसने यूरोप ट्रिप के दौरान सेजल और उनके मंगेतर की फैमिली को एक महीने तक गाइड किया था) के पास जाती है।रिंग तलाश करते-करते सेजल और हैरी को एक-दूसरे से प्यार होने लगता है।
हालांकि सेजल हैरी को बार-बार कहती है कि रिंग मिलते ही वो वापस चली जाएगी। ऐसे में अब सेजल को रिंग मिलती है या नहीं? क्या फिर वो हैरी के साथ ही यूरोप में रुक जाती है? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।फिल्म के फर्स्ट हाफ का डायरेक्शन कमाल का है।
इसमें शाहरुख और अनुष्का की बीच की केमिस्ट्री और डायलॉग्स खूब हंसाते हैं। लेकिन सेकंड हाफ पर इम्तियाज की पकड़ कमजोर रही। इंटरवल के बाद के कई सीन्स जबरदस्ती घुसाए हुए लगते हैं। ये सीन्स न भी होते तो कहानी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
इसके अलावा, फिल्म का क्लाइमेक्स बहुत कमजोर है, जिसे और इंट्रेस्टिंग बनाया जा सकता था।फिल्म में शाहरुख और अनुष्का ने अच्छी एक्टिंग की है। कहानी दोनों के इर्द-गिर्द है ऐसे में पूरा फोकस सिर्फ इन्हीं पर रहता है। फिल्म में गुजराती गर्ल का कैरेक्टर प्ले कर रहीं अनुष्का का फेस थोड़ा मोटा दिखाया गया है।
बाकी दोनों स्टार्स का काम अच्छा है।फिल्म का म्यूजिक ठीक-ठाक है। स्क्रीनप्ले में गानों की एडिटिंग की जा सकती थी। बाकी बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है।अगर आप शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा के फैन है तो आप ये फिल्म देख सकते हैं।