रेटिंग : 2.5
स्टार कास्ट : केके मेनन, मंदिरा बेदी, राइमा सेन, ऋषि भूटानी, स्वाति राजपूत
डायरेक्टर : कुशल श्रीवास्तव
म्यूजिक : संदेश शांडिल्य, हैरी आनंद
प्रोड्यूसर : विशाल कारेरा, विशाल राज, कुशल श्रीवास्तव
जोनर : थ्रिलर ड्रामा
डायरेक्टर कौशल श्रीवास्तव की फिल्म वोदका डायरीज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई हैं। कुशल इस फिल्म से बतौर डायरेक्टर डेब्यू कर रहे हैं।फिल्म की कहानी शुरू होती है एसीपी अश्विनी दीक्षित (केके मेनन) से, जो मनाली के एक होटल वोदका डायरीज में एक के बाद हो रहे मर्डर की जांच कर रहे हैं।
मर्डर मिस्ट्री सॉल्व करते-करते एक दिन अशिवनी की वाइफ शिखा (मंदिरा बेदी) जो एक किवयत्री हैं, गायब हो जाती है। इसी बीच अश्विनी की मुलाकात रोशनी बनर्जी (राइमा सेन) नाम की एक लेडी से होती है। रश्मि की हरकतं की वजह से अश्विनी उस पर भी शक करता है।
लेकिन इसी दौरान चीजें और भी ज्यादा तब उलझती हैं जब अश्विनी के सामने वो लोग जिंदा वापस आते है, जिनका मर्डर हो चुका है। अश्विनी एक ऐसे जाल में फंस जाता हैं, जिससे निकलना आसान नहीं होता। क्या अश्विनी मर्डर मिस्ट्री की गुत्थी सुलझा पाता है?
क्या वो अपनी वाइफ को को ढूंढ पाता? कौन है जो अश्विनी के साथ खेल रहा है? क्या वो उसके खिलाफ बुने जाल से निकल पाता है? इन सवालों का जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।फिल्म का डायरेक्शन ठीक है लेकिन फिल्म की पूरी कहानी बिखरी हुई है।
फिल्म में तालमेल का अभाव है। डायरेक्टर क्या दिखाना चाहता है समझना मुश्किल है। फर्स्ट हॉफ के बाद फिल्म समझ में नहीं आती है। हालांकि, फिल्म के अंत में जब सस्पेंस खुलता है, उस पर ऑडियंस सोचने को मजबूर हो जाती है।
केके मेनन एक बेहतरीन कलाकार है, लेकिन इस फिल्म में वे अपना प्रभाव नहीं छोड़ा पाए हैं। ज्यादातर फिल्म उनके ईद-गिर्द ही घूमती है। मंदिरा बेदी कई सीन्स में ओवर एक्टिंग करतीं नजर आईं हैं। राइमा ने अपने रोल के हिसाब से अभिनय किया है।
फिल्म का म्यूजिक ठीक है। रेखा भारद्वाज द्वारा गाया गाना सखी री, अच्छा बन पड़ा है।अग आप थ्रिलर मूवी देखना पसंद करते हैं और केके मेनन के फैन है तो ही फिल्म देखने जाए।