रेटिंग : 2.5
स्टार कास्ट : विनीत कुमार, जोया हुसैन, जिमी शेरगिल, रवि किशन, दीपक तलवार
डायरेक्टर : अनुराग कश्यप
म्यूजिक : प्रशांत पिल्लई
प्रोड्यूसर : आनंद एल राय
जोनर : स्पोर्ट्स ड्रामा
डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फिल्म मुक्काबाज गुरुवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई हैं। फिल्म में खेल और खिलाड़ियों के साथ होने वाली राजनीति पर आधारित है। इसके पहले अनुराग की 2016 में फिल्म रमन राघव 2.0 आई थी।फिल्म मुक्काबाज एक बॉक्सर की कहानी है, जिसका सपना है नेशनल चैम्पियन बनना है।
फिल्म की कहानी बरेली से शुरू होती है। यहां का रहने वाला श्रवण कुमार (विनीत सिंह), जिसका पढ़ाई में मन नहीं लगता है लेकिन वो बॉक्सर बनना चाहता है। श्रवण का सपना है कि वो यूपी का माइक टायसन बने। बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेने के लिए वो नेता भगवान दास मिश्रा (जिमी शेरगिल) के यहां जाता है।
ये बात और है कि मिश्रा जी बॉक्सर्स से गेहूं पिसवाना, खाना बनवाने से लेकर अपने सारे पर्सनल काम करवाते हैं। बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेते-लेते श्रवण को मिश्रा जी की भतीजी सुनैना (जोया हुसैन) से प्यार हो जाता है। दोनों के प्यार की भनक मिश्रा जी को भी लग जाती है।
इसी बीच श्रवण को नेशनल लेवल पर खेलने के लिए ट्रेनिंग लेने बनारस जाना पड़ता है। यहां उसे कोच संजय कुमार (रवि किशन) ट्रेनिंग देते हैं। यहां भी श्रवण को राजनीति की शिकार होना पड़ता है। लेकिन यहां भी वो राजनीति का शिकार होता है।
क्या उसका मुक्काबाज बनने का सपना पूरा हो पाता है, क्या उसे नेशनल लेवल पर खेलने का मौका मिलता है, क्या उसे उसका प्यार मिल पाता है, इन सबके बीच उसे किस तरह की राजनीति से गुजरना पड़ता है.ये सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
फिल्म मुक्काबाज अनुराग कश्यप की फिल्म है। फिल्म का डायरेक्शन कमाल का है। फिल्म में विनीत कुमार और जिमी शेरगिल की एक्टिंग और एक्शन बेहतरीन है। फिल्म में डॉयलॉग्स भी कमाल के है। इनमें इलाहाबाद और बनारस का टच देखने को मिलता है।
फिल्म थोड़ी लंबी है, जिसे छोटा किया जा सकता था। लेकिन ओवरऑल फिल्म बेहतरीन है।विनीत कुमार और जिमी शेरगिल का काम अच्छा है। दोनों ने ही अपने-अपने किरदार के साथ न्याय किया है। नेता जी के रोल में जिमी ने बेहतरीन अदाकारी की है।विनीत ने अपने किरदार के साथ भी इंसाफ किया है। उन्होंने अपने रोल के लिए रियल में बॉक्सिंग सीखी थी।
रवि किशन और जोया हुसैन का काम भी ठीक रहा।फिल्म का म्यूजिक अच्छा है। बैकग्राउंड म्यूजिक भी कमाल का है। पैंतरा और बहुत हुआ सम्मान फिल्म रिलीज से पहले ही पॉपुलर हो चुके हैं।यदि आप रिपोर्ट्स में इंटरेस्ट रखते हैं और खिलाड़ी की लाइफ पर बनी फिल्मों को पसंद करते हैं तो ही फिल्म देखने जाए।