फिल्म : सचिन : अ बिलियन ड्रीम्स
रेटिंग : 3.5/5
स्टार कास्ट : सचिन तेंडुलकर, अर्जुन तेंडुलकर, सारा तेंडुलकर, वीरेंद्र सहवाग
डायरेक्टर : जेम्स एर्स्किन
प्रोड्यूसर : कार्निवाल मोशन पिक्चर्स, रवि भागचंड्का
म्यूजिक : एआर रहमान
जॉनर : बायोपिक
सचिन तेंडुलकर की लाइफ स्टोरी को फिल्म में दर्शाया गया है।सचिन तेंडुलकर का नाम आते ही सामने मास्टर ब्लास्टर की तस्वीर आ जाती है जो गेंदबाजों की जमकर धुनाई करता है, लेकिन उसी सचिन की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ की तरफ ध्यान ले जाती है ये ‘सचिन : अ बिलियन ड्रीम्स’।
यह कहानी महाराष्ट्र के मराठी उपन्यासकार रमेश तेंडुलकर के घर जन्मे सचिन (सचिन तेंडुलकर) की है। जिनका जन्म दादर के एक नर्सिंग होम में होता है। जहां से मास्टर की लाइफ जर्नी की शुरुआत होती है। बचपन में शिवाजी पार्क में प्रैक्टिस करना, गुरु आचरेकर के साथ क्रिकेट की ट्रेनिंग लेना और फिर बचपन में सपनों को देखते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ना।
यही नहीं पहला वन डे, क्रिकेट में आलोचना, पहला शतक, कॉन्ट्रोवर्सी जैसे सभी पहलूओं के साथ-साथ पर्सनल लाइफ में दो बच्चों का आना और फिर क्रिकेट को अलविदा कहना। ये सभी बातें फिल्म में दिखाई गई हैं।फिल्म का डायरेक्शन कमाल का है और साथ ही अलग अलग सीन को दर्शाने के लिए नाट्य रूपांतरण के साथ साथ रियल लोगों को बड़े ही सटीक अंदाज में फिट किया गया है, जो आपको बांधे रखता है।
फिल्म की कहानी तो आपको विकिपीडिया में 60 प्रतिशत मिल ही जाती है, लेकिन स्क्रीनप्ले के साथ साथ बताने का ढंग भी दिलचस्प है। सचिन को अपने क्रिकेट के मैदान या अलग-अलग सभाओं में देखा होगा, लेकिन वास्तविकता क्या है, इसे बखूबी दर्शाने की कोशिश की गई है। फिल्म में बहुत सारे अनदेखे वीडियोज भी देखने को मिलते हैं।
वैसे तो नाट्य रूपांतरण के किरदारों ने बढ़िया काम किया है और असल जिंदगी के लोग यानी वीरेंद्र सहवाग, धोनी, रवि शास्त्री, सचिन, अंजली, सारा और अर्जुन का पिक्चराइजेशन भी काफी दिलचस्प है। अमिताभ बच्चन, हर्षा भोगले, वीरेंद्र सहवाग का भी अच्छा अपीयरेंस है।
फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर बढ़िया है और समय समय पर बहुत ही मोटिवेट करता नजर आता है।अगर आप क्रिकेट के दीवाने हैं और मास्टर ब्लास्टर सचिन के जीवन की कहानी को जानने की इच्छा रखते हैं तो जरूर ये फिल्म देख सकते हैं।